चामुंडा माता मंदिर जोधपुर राजस्थान (Chamunda Mata Mandir Jodhpur)
भारत में चामुंडा माता के बहुत से मंदिर है जो कि भक्तों की आस्था के मुख्य केंद्र माने जाते हैं और इन मंदिरों में श्रद्धालुओं की हमेशा भीड़ लगी हुई रहती है खासकर नवरात्रों के दौरान जहां मां दुर्गा के नौ अवतारों की पूजा की जाती है, उस दौरान मंदिर में श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ होती है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार दशहरा और नवरात्रि के त्योहारों पर माता के पवित्र मंदिर में जाना पवित्र माना जाता है. मेहरानगढ़ किले के अंत में स्थित चामुंडा माता मंदिर जोधपुर का सबसे प्रतिष्ठित और पुराने मंदिरों में से एक है जो कि जोधपुर निवासियों के मुख्य देवता के रूप में पूजी जाती है. माता राव जोधा की आराध्य देवी थी इसीलिए उन्होंने इस मंदिर का निर्माण 1460 में मेहरानगढ़ किले में करवाया था. यह मंदिर आज भी कला प्रेमियों तथा भक्तों के लिए आस्था का विषय है और इसीलिए यहां श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है. भारत में स्थित सभी मंदिर अपनी अलग पहचान और अलग इतिहास रखते हैं वैसे ही जोधपुर का यह चामुंडा माता का मंदिर (Chamunda Mata Mandir Jodhpur) भी अपना एक गौरवशाली इतिहास रखता है जो कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को के मुख्य आकर्षण का विषय है. कहा जाता है कि चामुंडा माता के इस मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है. इस मूर्ति की स्थापना 1460 में करवाई गई थी|
चामुंडा माता जोधपुर (Chamunda Mata Mandir Jodhpur) का इतिहास
भारत में स्थित देवियों के प्राचीन मंदिरों में से एक जोधपुर का चामुंडा माता मंदिर (Chamunda Mata Mandir Jodhpur) भी बहुत पुराने मंदिरों में से एक है. इस मंदिर की इतिहास की बात करें तो चामुंडा माता का यह मंदिर राव जोधा की आराध्य देवी के रूप में बनवाया गया था. जोधपुर के राव जोधा ने चामुंडा माता के इस मंदिर का निर्माण 1460 में मेहरानगढ़ किले में करवाया था. मंदिर के बारे में कहा जाता है कि चामुंडा माता का मेहरानगढ़ स्थित यह मंदिर तकरीबन 100 साल पुराना है और यही कारण है कि यह यहां आने वाले दर्शकों के लिए मुख्य आकर्षण का विषय है. चामुंडा माता के मंदिर (Chamunda Mata Mandir Jodhpur) में नवरात्रों के दौरान तथा दशहरे के दौरान विशेष पूजा होती है. इस दौरान मंदिर में बहुत अधिक संख्या में भक्तों का आगमन लगा रहता है|
चामुंडा माता के मंदिर (Chamunda Mata Mandir Jodhpur) में प्रवेश फीस तथा खुलने का समय
जब भी हम कहीं भी किसी पर्यटक स्थल या धार्मिक स्थल की यात्रा करते हैं तो हमें उस स्थान के बारे में जानकारी कर लेनी चाहिए कि जिस स्थान पर हम जाने वाले हैं, वह कितने बजे खुलता है तथा अंदर प्रवेश के लिए कितना शुल्क देना होता है. यदि आप चामुंडा माता के जोधपुर स्थित इस मंदिर (Chamunda Mata Mandir Jodhpur) दर्शन करने के लिए आ रहे हैं तो आपको बता दें. मंदिर में चामुंडा माता के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई फीस नहीं देनी होती है तथा मंदिर खुलने का समय सुबह 5:00 बजे से 12:00 बजे तक तथा शाम को 4:00 बजे से खुलकर रात्रि 9:00 बजे तक श्रद्धालुओं के लिए खुला रखा जाता है. आप कभी भी माता के दर्शन कर सकते हैं. मंदिर नवरात्रि के समय रात्रि 10:00 बजे तक खुला रहता है. नवरात्रों में आप माता के दर्शन 9:00 बजे तक कर सकते हैं. यदि आप मंदिर में होने वाली आरतीयों में शामिल होना चाहते हैं तो आपको बता दें कि सुबह की आरती 8:30 बजे शुरू हो जाती है तथा शाम की आरती सूर्यास्त के बाद होती है|
चामुंडा माता के मंदिर (Chamunda Mata Mandir Jodhpur) जाने के लिए टिप्स
जब भी हम किसी पर्यटक स्थल या किसी धार्मिक स्थल की यात्रा करते हैं तो वहां के मौसम वहां के रस्ते इत्यादि के बारे में जानकारी प्राप्त करके ही हम वहां जाने का विचार बनाते हैं. यदि आप जोधपुर की चामुंडा माता के मंदिर घूमने आ रहे हैं तो आप कुछ टिप्स फॉलो कर सकते हैं जिससे आप यात्रा के दौरान आसानी पा सकते हैं और किसी असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा|
चामुंडा माता के जोधपुर स्थित मंदिर में आप कैमरा ले जा सकते हैं, इसीलिए आप कैमरा ले जाना बिल्कुल भी ना भूलें.
चामुंडा माता मंदिर की यात्रा के दौरान आप कालिका देवी की प्रतिमा के दर्शन अवश्य रूप से करें, जो कि यहां का मुख्य आकर्षण है.
मंदिर में जाने के लिए आपको सुबह के समय का चयन करना चाहिए. सुबह के समय मंदिर की यात्रा बहुत सुंदर प्रतीत होती है.
आप चामुंडा माता के मंदिर दर्शन करने जा रहे हैं तो आप आरामदायक जूते ही पहन कर जाएं, क्योंकि माता के दर्शन के लिए आपको बहुत अधिक दूरी पैदल चलना होता है|
चामुंडा माता जोधपुर (Chamunda Mata Mandir Jodhpur) जाने का सबसे अच्छा समय
यदि आप जोधपुर की चामुंडा माता(Chamunda Mata Mandir Jodhpur) के दर्शन करने आ रहे हैं तो आपको बता दे की राजस्थान एक रेतीला प्रदेश है और अधिकतर समय यहां पर अत्याधिक गर्मी होती है. गर्मी में यहां का तापमान 40 डिग्री सेंटीग्रेड से भी ऊपर पहुंच जाता है. इस दौरान राजस्थान के किसी भी जगह में यात्रा करना आपके लिए सुखद अनुभव नहीं रहेगा. यदि आप चामुंडा माता के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं तो आपको अक्टूबर से मार्च के बीच के समय का चयन करना चाहिए. इस दौरान राजस्थान में सर्दी का मौसम रहता है जिससे आपकी यात्रा के दौरान आपको गर्मी में होने वाली समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा और आप मंदिर दर्शन के साथ ही राजस्थान की सर्दी और प्रकृति का भी आनंद उठा सकेंगे और अपनी यात्रा को सफल बना सकेंगे.
जोधपुर की फेमस खाने की चीजें
जब भी आप कहीं घूमने जाते हैं तो वहां की कुछ चीजें आपको खाना बहुत अच्छी लगती है जो कि वहां की प्रसिद्ध होती है. यदि आप चामुंडा माता(Chamunda Mata Mandir Jodhpur) के दर्शन के लिए जोधपुर पधार रहे हैं, तो आपको जोधपुर के भी प्रसिद्ध व्यंजनों का स्वाद जरूर चखना चाहिए. वैसे तो राजस्थान का सबसे फेमस व्यंजन दाल बाटी चूरमा ही है जो कि आपको पूरे राजस्थान में देखने को मिलता है. आप राजस्थान में कहीं की भी यात्रा करें दाल बाटी चूरमा आपको वहां की फेमस व्यंजनों की लिस्ट में जरूर मिलेगा.
यदि आप जोधपुर आते हैं तो आपको
- मलाई रोटी
- दाल बाटी चूरमा
- गुलाब जामुन की सब्जी
- बाजरे की खिचड़ी
- मलाई घेवर
- गुलाब का हलवा
- मक्खन रोटी
- इत्यादि जोधपुर की फेमस व्यंजनो का आनंद जरूर लेना चाहिए|
चामुंडा माता जोधपुर (Chamunda Mata Mandir Jodhpur) के आसपास पर्यटक स्थल
हम किसी धार्मिक ऐतिहासिक स्थान का दौरा करते हैं तो वहां के आसपास के धार्मिक तथा पर्यटक स्थलों का दौरा भी करना चाहते हैं और उनके के दर्शन का आनंद उठाना चाहते हैं. यदि आप जोधपुर चामुंडा माता(Chamunda Mata Mandir Jodhpur) के दर्शन करने के लिए जाते हैं, तो वहां के आसपास के प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में
- मेहरानगढ़ का किला
- जसवंत ठाडा
- शीश महल
- फूल महल
- उम्मेद भवन पैलेस
- खेजड़ला किला फेमस है
जोधपुर के धार्मिक स्थलों की बात करें तो
- महामंडलेश्वर महादेव
- सोमनाथ मंदिर
- महामंदिर
यदि आप जोधपुर गए हैं तो आपको
- मोती महल
- रायकाबाग पैलेस
- माचिया जैविक उद्यान
- घंटाघर
- मंडोर गार्डन
- मेहरानगढ़ फोर्ट म्यूजियम
- बालसमंद झील
- सरदार गवर्नमेंट म्यूजियम
- सरदार समंद झील
- इत्यादि प्रमुख जगहों पर घूम कर इनका आनंद भी जरूर लेना चाहिए.
कैसे पहुंचे चामुंडा माता मंदिर जोधपुर(Chamunda Mata Mandir Jodhpur)
यदि आप राजस्थान के जोधपुर में स्थित चामुंडा माता के मंदिर(Chamunda Mata Mandir Jodhpur) घूमने आ रहे हैं, तो आपको बता दें कि जोधपुर आप हवाई मार्ग, सड़क मार्ग और ट्रेन मार्ग किसी भी मार्ग से जोधपुर की यात्रा कर सकते हैं.
फ्लाइट से
यदि आप जोधपुर चामुंडा माता(Chamunda Mata Mandir Jodhpur) के दर्शन के लिए फ्लाइट से आ रहे हैं तो आपको बता दें. जोधपुर का हवाई अड्डा देश के विभिन्न प्रदेशों तथा प्रमुख शहरों से हवाई मार्ग द्वारा जोड़ता है जो कि शहर के केंद्र से केवल 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. हवाई अड्डा पहुंचकर आप चामुंडा माता मंदिर के लिए टैक्सी, कैब बुक कर सकते हैं और मंदिर दर्शन आसानी से कर सकते हैं.
ट्रेन से
यदि आप चामुंडा माता दर्शन के लिए ट्रेन की सहायता से आने का विचार कर रहे हैं तो आपको बता दें. जोधपुर रेलवे स्टेशन भारत के प्रमुख रेलवे स्टेशनों में से एक है, जो देश के कई प्रमुख शहरों को जोधपुर से रेल मार्ग द्वारा जोड़ता है. जिससे आप आसानी से जोधपुर की यात्रा कर सकते हैं. जोधपुर रेलवे स्टेशन से आप मंदिर दर्शन के लिए अपनी सुविधानुसार कैब टैक्सी बुक कर सकते हैं और आसानी से मंदिर दर्शन कर सकते हैं.
सड़क मार्ग द्वारा
जोधपुर को सड़क मार्ग द्वारा देश के विभिन्न प्रदेशों तथा प्रमुख शहरों से जोड़ा गया है जहां से आप जोधपुर की यात्रा बहुत ही आसानी से कर सकते हैं जोधपुर बस स्टैंड से आप मंदिर यात्रा के लिए अपनी सुविधा अनुसार टैक्सी या फिर कैब की सहायता ले सकते हैं.और आसानी से मंदिर दर्शन कर सकते हैं|