जगत शिरोमणि मंदिर कहां है? इतिहास, किसने बनवाया

By | December 20, 2022

जगत शिरोमणि मंदिर आमेर (jagat shiromani mandir kahan hai)

jagat shiromani mandir kahan hai: जगत शिरोमणि मंदिर आमेर,जयपुर के प्राचीनतम मंदिरों में से एक है. जगत शिरोमणि मंदिर का निर्माण महाराजा मानसिंह की पत्नी महारानी कनकवती ने अपने पुत्र की याद में करवाया था. महारानी कनकवती यह चाहती थी कि उनके पुत्र को सदियों तक याद किया जाए और इसी कारण से इस मंदिर का नाम जगत शिरोमणि मंदिर रखा गया है. राजस्थान के आमेर में स्थित यह मंदिर प्राचीन मंदिरों की भांति ही है, इस मंदिर के निर्माण में दक्षिण भारतीय शैली का उपयोग किया गया है. इस मंदिर पर उस समय की मुस्लिम शिल्पकला का प्रभाव आपको बिल्कुल भी दिखाई नहीं देगा. 

जयपुर के इस जगतशिरोमणि मंदिर में पीले पत्थर, काले और सफेद संगमरमर में आपको पोराणिक कथाओ के आधार पर शिल्पकला देखी जा  सकती है. जगत शिरोमणि मंदिर मेंआपको कृष्णा और मीराबाई के मंदिर देखने को मिलेगे, साथ ही इस मंदिर में भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ की भी एक बहुत ही शानदार मूर्ति आप देख सकते है.

प्राचीन समय में भी इस मंदिर के निर्माण में 11 लाख रुपए का खर्चा किया गया था.

जगत शिरोमणि मंदिर आमेर,जयपुर

जगत शिरोमणि मंदिर आमेर,जयपुर

क्यों किया गया था जगत शिरोमणि मंदिर का निर्माण (Jagat Shiromani mandir ka nirman) 

जब भी हम किसी प्राचीन मंदिर या इमारत के बारे में पढ़ते हैं तो हमें यह जरूर पता चलता है कि हमारे पूर्वज भी अपने किसी मकसद या उद्देश्य से किसी मंदिर का या किसी इमारत का निर्माण करवाते थे. राजस्थान के आमेर,जयपुर में स्थित जगत शिरोमणि मंदिर(jagat shiromani mandir kahan sthit hai ) का निर्माण भी महाराजा मानसिंह प्रथम की पत्नी कनकवती ने अपने पुत्र जगत सिंह की याद में करवाया था. इस मंदिर का निर्माण 1599 ईसवी में शुरू होकर 1608 ईसवी में कार्य पूरा हो गया था. यह मिन्दिर जयपुर के बहुमंजिला प्राचीनमिन्दरो में से एक है.

जगत शिरोमणि मंदिर का इतिहास (Jagat Shiromani mandir ka itihash)

जगत शिरोमणि मंदिर का इतिहास: हमारे प्राचीन मंदिरों का इमारतों का इतिहास बहुत ही गौरवपूर्ण रहा है, वैसे ही राजस्थान के आमेर, जयपुर में स्थित जगत शिरोमणि मंदिर का भी अपना इतिहास है. जगत शिरोमणि मंदिर का इतिहास(Jagat Shiromani mandir ka itihash) के बारे में कहा जाता है कि इस मंदिर में 600 साल पहले मीराबाई जिस भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति की पूजा किया करती थी, इस मिन्दिर मेंवो ही मूर्ति रखी गयी है. इस मूर्ति के बारे में कहा जाता है कि मुस्लिम आक्रनताओ ने भगवान श्री कृष्ण की इस मूर्ति को नष्ट करना चाहा था लेकिन आमेर के शासकों ने भगवान श्रीकृष्ण की इस प्रतिमा को नष्ट होने से बचाया, इसके बाद उसे आमिर,जयपुर के इस मंदिर में स्थापित कर दिया गया. 

जगत शिरोमणि मंदिर की शिल्पकला (Jagat Shiromani mandir silpkala) 

जगत शिरोमणि भगवान कृष्ण का ही एक नाम है और इस नाम पर ही इस मंदिर का नामकरण किया गया है, जगत शिरोमणि मंदिर में पीले पत्थर, सफेद और काले संगमरमर का उपयोग किया गया है.

जगत शिरोमणि मंदिर(Jagat Shiromani mandir amer) का मंडप दो मंजिला भव्य शिखर प्रारूप से बने मंदिरों में से एक है. इस मंदिर को बनाने में दक्षिण भारतीय शैली का उपयोग किया गया है, मंदिर के तोरण में द्वार, शाखाओं, स्तंभों पर बारीकी से शिल्प कला का प्रदर्शन किया गया है. इस मंदिर में आपको कृष्ण भगवान तथा मीरा के अलावा भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ की भी भव्य प्रतिमा देखने को मिलेगी. राजस्थान का जगत शिरोमणि मंदिर यहां के राजपूतों का स्थापत्य कला का एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत करता है.

जगत शिरोमणि मंदिर घूमने जाने का सबसे बेहतरीन मोसम (Jagat Shiromani mandir amer, jaipur)

यदि आप भी आमेर, जयपुर के जगत शिरोमणि मंदिर घूमने का प्लान बना रहे हैं तो इसके लिए आपको अक्टूबर से फरवरी के बीच के समय का चयन करना चाहिए क्योंकि इसके अलावा राजस्थान में अधिकतर समय गर्मी और बारिश का समय होता है, जहां गर्मी में अधिकतम तापमान 40 डिग्री भी पार कर जाता है, ऐसे में आपको यात्रा के दौरान काफी समस्याएं हो सकती हैं इसीलिए सर्दी का समय इस यात्रा के लिए बहुत ही शानदार होगा.

जगत शिरोमणि मंदिर एंट्री फीस तथा खुलने का समय (Jagat Shiromani mandir amer, jaipur)

जब भी हम कहीं घूमने जाते हैं तो उस जगह की पूरी जानकारी होना जरूरी है जिससे कि हमें यात्रा के दौरान किसी समस्या का सामना ना करना पड़े. यदि आप आमेर जयपुर के जगत शिरोमणि मंदिर घूमना पसंद करते हैं और जाना चाहते हैं तो आपको बता दें कि जगत शिरोमणि मंदिर प्रतिदिन सुबह 6:00 बजे से शाम 8:00 बजे तक श्रद्धालुओं के लिए खुला रहता है. 

जगत शिरोमणि मंदिर(Jagat Shiromani Temple) में तीर्थ यात्रियों के लिए प्रवेश बिल्कुल फ्री रखा गया है यहां पर आने वाले पर्यटकों को मंदिर में जाने के लिए किसी भी तरह की कोई फीस नहीं देनी होती.

आमेर का जगत शिरोमणि मंदिर के आसपास घूमने की जगह (Jagat Shiromani amer jaipur)

यदि आप आमेर जयपुर के जगत शिरोमणि मंदिर दर्शन करने की सोच रहे हैं तो आपको जगत शिरोमणि मंदिर के साथ ही जयपुर के अन्य पर्यटक स्थलों के बारे में भी जान लेना चाहिए, जिससे कि आप जगत शिरोमणि मंदिर (Jagat Shiromani jaipur rajasthan) दर्शन के साथ-साथ इन प्रसिद्ध धार्मिक और ऐतिहासिक जगहों को देखकर उनका आनंद उठा सकें, जो कि जगत शिरोमणि मंदिर के आसपास ही जयपुर में स्थित है. 

अक्षरधाम मंदिर, गलताजी मंदिरबिरला मंदिर,मोती डूंगरी गणेश मंदिर,गोविंद देव जी मंदिर इत्यादि धार्मिक स्थल आप यहाँ देख सकते है,इसके अलावा आप जयपुर के चोखी ढाणी, राज मंदिर सिनेमा तथा अमर जवान ज्योति और सांभर झील जैसी घूमने की प्रसिद्ध जगह को देखने का भी आनंद ले सकते हैं. 

इसके साथ ही आप अल्बर्ट हॉल संग्रहालय, रामबाग पैलेस, अमरपाली संग्रहालय, नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क, जेम एंड ज्वैलरी संग्रहालय इत्यादि घूमने का भी आनंद ले सकते हैं. जयपुर का सबसे फेमस हवा महल, आमेर का किला, जंतर-मंतर, रामबाग पैलेस, महारानी की छतरी, इत्यादि जयपुर के सबसे ज्यादा पर्यटन को आकर्षित करने वाली जगहे है.

जयपुर का प्रसिद्ध भोजन

यदि आप जगत शिरोमणि मंदिर के दर्शन करने या  जयपुर घूमने का प्लान बना रहे हैं और आप खाने के शौकीन है, तो जयपुर आपको बहुत ही अलग अलग तरह की पारंपरिक व्यंजन और मिठाइयां खाने का अवसर देता है. जयपुर का ही नहीं बल्कि पूरे राजस्थान का फेमस दाल बाटी चूरमा, इमरती और घेवर जैसी मिठाइयां आपको यह पर मिलती है. साथ ही आप जयपुर में बाजरे की रोटी,मिस्सी रोटी, गट्टे की सब्जी और कढ़ी,मिर्ची बड़ा आदि का भी आनंद ले सकते है.

जगत शिरोमणि मंदिर आमेर कैसे पहुंचे (jagat shiromani mandir jaipur ) 

यदि आप आमेर,जयपुर के इस जगत शिरोमणि मंदिर(jagat shiromani mandir jaipur ) घूमने का विचार कर रहे हैं तो आप इस मंदिर के लिए सड़क मार्ग, ट्रेन या हवाई मार्ग किसी भी मार्ग से आ सकते हैं.

हवाई मार्ग से जगत शिरोमणि मंदिर

यदि आप जगत शिरोमणि मिन्दिर (jagat shiromani mandir jaipur ) के दर्शन करने के लिए फ्लाइट से आना चाहते हैं तो आपको सबसे नजदीकी हवाई अड्डा जयपुर का सांगानेर हवाई अड्डा पड़ेगा जो कि मंदिर से मात्र 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जहां से आप बस, टैक्सी से अजमेरी गेट होते हुए आमेर पाउच सकते है और फिर आमेर से आप मिन्दिर दर्शन के लिए कैब  बुक कर के मंदिर दर्शन कर सकते हैं. 

रेल मार्ग से जगत शिरोमणि मंदिर

यदि आप मंदिर दर्शन के लिए ट्रेन से आने का विचार बना रहे हैं तो मंदिर से सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन जयपुर रेलवे स्टेशन है, जो कि मंदिर से मात्र 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, रेलवे स्टेशन पर पहुच कर आप आमेर के लिए बस ले सकते है या फिर कैब बुक कर के आप आमेर पहुच सकते है, जहां से आप कैब बुक करके एक टैक्सी करके मंदिर दर्शन कर सकते हैं. 

सडक मार्ग से जगत शिरोमणि मंदिर

यदि आप सड़क मार्ग से मंदिर दर्शन करने की सोच रहे हैं तो आपको इस मंदिर यात्रा करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 8, 11 और 12 से आप दिल्ली से जयपुर पहुंच सकते हैं. बस आप को जयपुर के सिन्धी कैम्प बस स्टैंड पर छोड़ देगी, जिसके बाद आप वहा से आमेर के लिए कैब बुक कर सकते है या फिर लो फ्लोर बस से आमेर पहुच सकते है.  आमेर से आप मिन्दिर घुमने के लिए वहा से कैब बुक कर सकते है जिससे आप को आसानी से मिन्दिर के दर्शन कर सकते है.

इस तरह आप तीनों ही मार्गो से आमेर जयपुर के जगत शिरोमणि मंदिर (Jagat Shiromani Temple) के दर्शन कर सकते हैं, आप अपनी सुविधा के अनुसार इस मंदिर के दर्शन करने के लिए किसी भी मार्ग को चुन सकते हैं आप तीनों ही मार्गो से आसानी से मंदिर दर्शन कर पाएंगे और साथ ही जयपुर घूमने का आनंद भी ले सकेंगे.

जगत शिरोमणि मंदिर(jagat shiromani mandir jaipur ) तथा जयपुर घूमने के लिए आवश्यक पैकिंग

यदि आप जगत शिरोमणि मंदिर (Jagat Shiromani Temple) दर्शन करने के लिए आने का प्लान बना रहे हैं तथा मंदिर दर्शन के साथ ही आप जयपुर की खूबसूरती का आनंद लेने की सोच रहे हैं, तो आप इसके लिए पैकिंग में राजस्थान के मौसम के हिसाब से आवश्यक वस्तुएं साथ जरूर रख लें, जिससे आपकी यात्रा आसान बनी रहेगी.

यदि आप गर्मी के मौसम में राजस्थान के किसी भी मंदिर की यात्रा करते हैं तो आपको इस यात्रा के दौरान सूती और आरामदायक कपड़ों के साथ धूप से बचने के लिए टोपी और सनग्लास जैसे सामान अपने साथ आवश्यक रूप से लेकर आना चाहिए.

यदि आप जयपुर और जगत शिरोमणि मंदिर(jagat shiromani mandir jaipur ) दर्शन के लिए सर्दियों में आने का प्लान बना रहे हैं तो आपको अपनी यात्रा के दौरान सर्दियों के कुछ कपड़े आवश्यक रूप से लेकर आने चाहिए, साथ ही यदि आप अपनी यात्रा के दौरान राजस्थान में ट्रैकिंग की सोच रहे हैं तो ट्रैकिंग शूज, आपको अपने साथ लेकर जरूर आना चाहिए.

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