श्री मथुराधीश जी मंदिर (Shree Mathuradheesh Ji Mandir Kota)
श्री मथुराधीश जी मंदिर कोटा राजस्थान:-राजस्थान में हर वर्ष हजारों लाखों की संख्या में पर्यटक घूमने के लिए आते रहते हैं, राजस्थान के धार्मिक मंदिर और यहां का गौरवशाली इतिहास ही हर वर्ष पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. राजस्थान में जहां एक और रेतीले टीले है तो वहीं दूसरी ओर राजस्थान में अनेकों धार्मिक ऐतिहासिक इमारतें स्थित है जहा पर्यटक हर वर्ष आते हैं. आज के हमारे इस आर्टिकल में हम बात करेंगे, राजस्थान के कोटा शहर में स्थितश्री मथुराधीश जी मंदिर (Shree Mathuradheesh Ji Mandir kota) के बारे में.
राजस्थान में वैसे तो अनेकों धार्मिक मान्यता वाले लोग निवास करते हैं और इसीलिए राजस्थान में आनेको मंदिर, मस्जिदें, चर्च और गुरुद्वारे देखने को मिलते हैं, लेकिन राजस्थान के कोटा शहर में स्थित श्री मथुराधीश जी मंदिर (Shree Mathuradheesh Ji Mandir Kota) देश और दुनिया में अपनी विशेष पहचान रखता है और हर वर्ष हजारों लाखों की संख्या में पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. पूरे साल भर मंदिर में भक्तों का आना जाना लगा ही रहता है. मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी तथा अन्नकूट तथा होली का उत्सव प्रमुख रूप से मनाया जाता है|
सनातन धर्म में भगवान कृष्ण की मान्यता के बारे में तो आप सभी को ज्ञात ही होगा. राजस्थान के कोटा शहर में स्थित श्री मथुराधीश जी मंदिर (Shree Mathuradheesh Ji Mandir Kota) का यह मंदिर भगवान कृष्ण तथा वल्लभ संप्रदाय के अनुयायियों का मंदिर है. मंदिर में भगवान कृष्ण के साथ राधा रानी की मूर्ति भी स्थापित की गई है|
mathuradheesh mandir kota:-मंदिर के बारे में कहा जाता है कि फाल्गुन शुक्ल पक्ष एकादशी संवत 1559 विक्रम के दिन संध्या के समय मथुराधीश प्रभु का एक 7 साल के वृक्षों की लंबाई वाला चतुर्भुज रूप प्रकट हुआ था, जिसे देखने के बाद महाप्रभु ने विनती की कि इतने बड़े स्वरूप की सेवा कैसे संभव होगी, जिसके पश्चात यह 27 उंगली मात्र हो गया और महाप्रभु वल्लभाचार्य जी की गोद में विराजमान हो गया|
आज के हमारे इस आर्टिकल में हम बात करेंगे श्री मथुराधीश जी मंदिर (Shree Mathuradheesh Ji Mandir Kota history in hindi) के इतिहास तथा भ्रमण के लिए उपलब्ध परिवहन के साधनों के बारे में, जिससे कि मंदिर की यात्रा करने वाले पर्यटकों को यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े|
- मंदिर का फोन नंबर– 0744 238 6826
- फेशबुक – NA
- मंदिर का पूरा पता – 5RHM+4MH, Barrage Road, Patanpole Rd, Rampura, Kota Rajasthan 324006
- मंदिर की रेलवे स्टेशन से दुरी– 8 KM
- बस स्टेशन से दूरी – 2.5 KM
श्री मथुराधीश जी मंदिर (Shree Mathuradheesh Ji Mandir Kota History IN Hindi) इतिहास
राजस्थान के कोटा शहर में स्थित श्री मथुराधीश जी मंदिर (Shree Mathuradheesh Ji Mandir kota History In Hindi ) का इतिहास काफी रोचक और आनंदायक इतिहास है. जब भी हम किसी प्राचीन या धार्मिक स्थान विशेष का भ्रमण करने जाते हैं तो वहां के इतिहास के बारे में आवश्यक रूप से जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करते हैं, जिससे हमें उस स्थान विशेष के बारे में जानकारी उपलब्ध हो सके. यदि आप राजस्थान के कोटा शहर में स्थित मथुराधीश मंदिर भ्रमण के लिए आ रहे हैं तो आपको मंदिर के इतिहास पर एक नजर आवश्यक रूप से डालनी चाहिए|
Mathuradheesh mandir kota:-मंदिर के बारे में कहा जाता है कि मंदिर में विराजित प्रतिमा मथुरा के गोकुल क्षेत्र के गांव करनावल में सूर्यास्त के समय वल्लभाचार्य के समक्ष मथुराधीश जी का यह विग्रह रूप प्रकट हुआ था. कहा जाता है कि यह विग्रह तीन ताल के वृक्षों जितना बड़ा प्रकट हुआ था, जिसके बाद आचार्य श्रीमद वल्लभाचार्य के अनुरोध के पश्चात यह आज के अपने इस स्वरूप में आया था.
मंदिर में स्थापित ग्रह के बारे में कहा जाता है कि यह काफी लंबे समय तक छोटी काशी बूंदी में विराजमान रहा था|
मंदिर में स्थापित मथुराधीश को संवत 1795 में कोटा के महाराजा दुर्जन साल ने पटना पुल द्वार के पास प्रभु का मंदिर स्थापित करवाया, तथा तब के कोटा शहर के दीवान द्वारकाधीश जी ने भगवान श्री कृष्ण के प्रति अपने अगाध भक्ति और श्रद्धा के रूप में अपनी हवेली स्वामी जी के सुपुर्द कर दिया था. जिसके पश्चात गोस्वामी जी ने उस हवेली को ही मंदिर के रूप में तब्दील कर मूर्ति को यहीं स्थापित कर दिया|
श्री मथुराधीश जी मंदिर (Shree Mathuradheesh Ji Mandir kota) घूमने का उपयुक्त समय
श्री मथुराधीश जी मंदिर कोटा राजस्थान:- यदि आप राजस्थान के श्री मथुराधीश जी मंदिर (Shree Mathuradheesh Ji Mandir) घूमने का विचार कर रहे हैं तो आपको बता दें. राजस्थान के कोटा शहर में स्थित यह मंदिर हर वर्ष लाखों की संख्या में पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करने में सफल सिद्ध होता है और हर वर्ष यहां हजारों लाखों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए आते रहते हैं.
राजस्थान जहां एक तरफ रेतीले टीले तो दूसरी तरफ राजस्थान का गौरवशाली इतिहास जुड़ा हुआ है एक शुष्क प्रदेश है, जहां पर अधिकांश समय तेज गर्म धूल भरी आंधियां चलती है. इस मौसम में राजस्थान के किसी भी शहर की यात्रा करना बिल्कुल भी सुखद अनुभव नहीं प्रस्तुत करता है. राजस्थान प्रदेश की यात्रा के लिए अक्टूबर से मार्च के मध्य का समय चुनना चाहिए. इस दौरान राजस्थान में शीत ऋतु का मौसम होता है और इस दौरान राजस्थान की यात्रा बहुत ही मनोरम यात्रा रहती है क्योंकि राजस्थान में कुछ ही समय पहले बारिश होती है जिससे चारों तरफ हरियाली छाई रहती है. इस दौरान आप राजस्थान के धार्मिक तथा ऐतिहासिक इमारतों का भ्रमण कर सकते हैं साथ ही आप राजस्थान की सर्दी का भी लुप्त उठा सकते हैं|
श्री मथुराधीश जी मंदिर Shree Mathuradheesh Ji Mandir kota के आस पास घुमने के स्थान
- गैपरनाथ जलप्रपात
- किशोर सागर और जगमंदिर पैलेस कोटा
- सिटी पैलेस और म्यूजियम
- सेवन वंडर्स पार्क कोटा
- साड़ियों का बाजार
- कैथून कोटा
- गोदावरी धाम
- शिवपुरी धाम कोटा
- कोटा बैराज
- राव माधव सिंह संग्रहालय
- मथुराधीश मंदिर
- चंबल गार्डन
- अवध महल
- किशोर सागर और जगमंदिर पैलेस
- गराडिया महादेव मंदिर
- रानी जी की बावड़ी
- कंसुआ शिव मंदिर
- ब्रज विलास पैलेस सरकारी संग्रहालय
- दर्रा वन्य जीव अभ्यारण कोटा
कैसे पहुंचे श्री मथुराधीश जी मंदिर (Shree Mathuradheesh Ji Mandir in Hindi )
Mathuradheesh mandir kota:-जब भी हम किसी स्थान विशेष की यात्रा करने का विचार करते हैं तो हम वहां के उपस्थित पर्यटन के साधनों के बारे में आवश्यक रूप से विचार करते हैं जिससे कि हमें अपनी यात्रा के दौरान किसी भी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े. यदि आप राजस्थान के कोटा शहर में स्थित श्री मथुराधीश जी मंदिर (Shree Mathuradheesh Ji Temple) पधारने का विचार कर रहे हैं तो आपको बता दें कि इस मंदिर की यात्रा के लिए आप सड़क, रेल तथा हवाई मार्ग में से अपनी इच्छा अनुसार किसी भी मार्ग को चुन सकते हैं और आसानी से राजस्थान के कोटा शहर की यात्रा कर सकते हैं|
फ्लाइट द्वारा कैसे पहुंचे श्री मथुराधीश जी मंदिर
यदि आप अपने परिवार के साथ कोटा शहर केश्री मथुराधीश जी मंदिर (Shree Mathuradheesh Ji Mandir in hindi) की यात्रा करने का विचार कर रहे हैं और आप हवाई मार्ग के जरिए मंदिर दर्शन करना चाहते हैं, तो आपको बता दें कि कोटा शहर मैं किसी भी तरह का हवाई अड्डा उपस्थित नहीं है, हवाई मार्ग से कोटा पहुंचने के लिए आपको जयपुर शहर स्थित सांगानेर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की सहायता लेनी होगी, जो कि देश के विभिन्न प्रदेशों तथा प्रमुख शहरों को जयपुर शहर से जोड़ता है. जयपुर के सांगानेर हवाई अड्डे से आप अपनी सुविधा अनुसार बस या टैक्सी की सहायता ले सकते हैं और कोटा शहर के श्री मथुराधीश जी मंदिर (Shree Mathuradheesh Ji Temple) के दर्शन कर सकते हैं, जो कि सांगानेर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से मात्र 241.4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है|
रेल मार्ग द्वारा कैसे पहुंचे श्री मथुराधीश जी मंदिर कोटा
यदि आप कोटा शहर स्थित भगवानशिव के श्री मथुराधीश जी मंदिर (Shree Mathuradheesh Ji mandir) की यात्रा करना का विचार कर रहे हैं, तो इसके लिए आपको कोटा शहर के कोटा रेलवे जंक्शन की यात्रा करनी होगी. कोटा रेलवे जंक्शन राजस्थान के प्रमुख शहरों तथा देश के विभिन्न प्रदेशों से शहर को रेल मार्ग द्वारा जोड़ता है. जिससे आप आसानी से कोटा शहर की यात्रा कर सकते हैं. कोटा शहर के कोटा रेलवे जंक्शन से श्री मथुराधीश जी मंदिर (Shree Mathuradheesh Ji Temple) की दूरी केवल 8 किलोमीटर है. यहां से आप अपनी सुविधा अनुसार कैब या टैक्सी बुक कर सकते हैं और आसानी से मंदिर यात्रा कर सकते हैं|
सड़क मार्ग द्वारा कैसे पहुंचे श्री मथुराधीश जी मंदिर कोटा
यदि आप राजस्थान के कोटा शहर स्थित श्री मथुराधीश जी मंदिर (Shree Mathuradheesh Ji mandir) की यात्रा करने का विचार कर रहे हैं और आप सड़क मार्ग की सहायता से मंदिर पहुंचना चाहते हैं तो आपको बता दें कि कोटा शहर को प्रदेश के प्रमुख शहरों तथा देश के प्रमुख राज्यों से सड़क मार्ग द्वारा जोड़ा गया है, जहां से आप आसानी से शहर की यात्रा कर सकते हैं और बहुत ही आसानी से कोटा शहर पहुंच सकते हैं, जिसके पश्चात आप अपनी आगे की श्री मथुराधीश जी मंदिर (Shree Mathuradheesh Ji Temple) यात्रा के लिए अपनी सुविधा अनुसार कैब या टैक्सी की सहायता ले सकते हैं और अपनी मंदिर यात्रा को पूरी कर सकते हैं|