त्रिनेत्र गणेश मंदिर रणथंभोर सवाई माधोपुर राजस्थान | Trinetra Ganesh mandir Ranthambore

By | January 11, 2023

त्रिनेत्र गणेश मंदिर रणथंभोर सवाई माधोपुर (trinetra ganesh mandir ranthambore)

त्रिनेत्र गणेश मंदिर रणथंभोर सवाई माधोपुर : राजस्थान मैं जहां एक तरफ रेत के टीले हैं तो रेत के टीलों के साथ ही राजस्थान का गौरवशाली इतिहास भी जुड़ा हुआ है. इतिहास के साथ-साथ राजस्थान में कई ऐसी धार्मिक तथा ऐतिहासिक इमारतें भी स्थित हैं जिन्हें देखने के लिए हर वर्ष लाखों की संख्या में देश-विदेश से पर्यटक यहां आते रहते हैं. राजस्थान में वैसे तो आने को पर्यटक तथा धार्मिक स्थल है, आपको राजस्थान के हर शहर में कुछ ना कुछ विशेष ऐतिहासिक या धार्मिक इमारत देखने को आवश्यक रूप से मिलती है. आज हमारे इस आर्टिकल में चर्चा करेंगे राजस्थान के एक ऐसे त्रिनेत्र गणेश मंदिर के बारे में जो कि देश ही नहीं पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान रखता है. आज हम बात करने वाले हैं राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित रणथंभोर किले के त्रिनेत्र गणेश मंदिर (trinetra ganesh mandir ranthambore) के बारे में बताया जाता है कि मंदिर का निर्माण रणथंभोर के राजा हमीर ने करवाया था|

इस मंदिर के निर्माण के बारे में यहां के स्थानीय लोगों का मानना है कि राजा हमीर के सपने में एक युद्ध के दौरान भगवान गणेश आए थे और उन्होंने राजा को यह आशीर्वाद दिया था कि वह इस युद्ध में विजय होंगे, जिसके बाद राजा की युद्ध में विजय हुई और राजा ने किले में भगवान गणेश के इस भव्य मंदिर का निर्माण करवाया था| राजस्थान के रणथंभोर किले में स्थित भगवान गणेश का यह मंदिर अपने संपूर्ण परिवार के साथ विराजमान है जिसमें भगवान गणेश की दो पत्नियां रिधि तथा सिद्धि और भगवान गणेश के पुत्र शुभ, लाभ की भी प्रतिमाएं लगाई गई है| त्रिनेत्र गणेश मंदिर रणथंभोर (trinetra ganesh mandir ranthambore) के बारे में यह भी बताया जाता है कि इस मंदिर में हर रोज कम से कम 10 किलो से ज्यादा पत्र भी आते हैं. रणथंबोर किले में स्थित यह मंदिर सवाई माधोपुर जिले से मात्र 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. आज हम चर्चा करेंगे इसी मंदिर के इतिहास तथा यहां पर पहुंचने के लिए उपस्थित परिवहन के साधनों के बारे में जिससे कि हमें यहां की यात्रा में आसान हो सके|

trinetra ganesh mandir ranthaboare sawai madhopur

त्रिनेत्र गणेश मंदिर का इतिहास (Trinetra Ganesh Mandir) 

राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित रणथंभोर दुर्ग देश ही नहीं पूरी दुनिया में अपनी पहचान रखता है. रणथंभोर को विश्व धरोहर में शामिल किया गया है. रणथंभोर दुर्ग अरावली पर्वतमाला तथा विद्यांचल की पहाड़ियों के मध्य स्थित एक विशेष दुर्ग है, इसी दुर्ग में भगवान श्री गणेश को समर्पित भगवान गणेश का यह मंदिर स्थित है, जिसे “रणतभंवर के लाडले त्रिनेत्र गणेश” के नाम से जाना जाता है. रणथंभोर दुर्ग में स्थित भगवान गणेश के इस मंदिर में भगवान गणेश का एक मेला लगता है जो की आस्था तथा प्रकृति का एक अनूठा संगम प्रदर्शित करता है. इस मेले में देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं. कहा जाता है कि श्रद्धालुओं द्वारा मांगी गई मनोकामनाएं भगवान गणेश बहुत जल्द पूरी करते हैं|

त्रिनेत्र गणेश मंदिर रणथंभोर सवाई माधोपुर (Trinetra Ganesh Mandir sawaimadhopur) के निर्माण के बारे में बात करें तो भगवान गणेश के इस मंदिर का निर्माण महाराजा हमीर देव चौहान ने करवाया था तथा इस मंदिर में भगवान गणेश की प्रतिमा स्वयंभू  है. भगवान गणेश का रणथंभोर दुर्ग में स्थित यह मंदिर पूरी दुनिया में एकमात्र मंदिर है, जिसमें भगवान गणेश अपने परिवार के साथ विराजमान हैं. भारत में चार स्वयंभू गणेश मंदिर माने जाते हैं जिनमें से रणथंबोर दुर्ग में स्थित इस मंदिर को पहले नंबर पर रखा गया है, इसके अलावा सिद्ध पुर गणेश मंदिर गुजरात तथा अवंतिका गणेश मंदिर उज्जैन व सिद्धपुर सीहोर मंदिर मध्य प्रदेश में स्थित है|

आर्टिकल का नाम

त्रिनेत्र गणेश मंदिर (Trinetra Ganesh Temple)
मंदिर का नाम त्रिनेत्र गणेश मंदिर
त्रिनेत्र गणेश मंदिर

Trinetra Ganesh Mandir

2F83+W6J, Ganesh mandir marg, Ranthambhore Fort, Rajasthan 322001
मंदिर के मुख्य पुजारी एवं महराज NA
जिला सवाई माधोपुर
राज्य राजस्थान
मंत्र “वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ

निर्विघ्नं कुरुमे देव सर्वकार्येषु सर्वदा”

मंदिर की गूगल मैप लोकेशन यहा क्लिक करे
आधिकारिक यूट्यूब चैनल NA
मंदिर के फ़ोन नम्बर 094140 45263
गूगल लोकेशन

यह क्लिक करे

 

यहां की स्थानीय लोगों का मानना है कि महाराज विक्रमादित्य अपने काल में प्रत्येक बुधवार को रणथंभोर दुर्ग में स्थित त्रिनेत्र गणेश भगवान के दर्शन के लिए नियमित रूप से आते थे और उन्हें एक बार सपने में भगवान गणेश दिखाई दिए थे जिसके बाद सिद्धपुर सीहोर के गणेश जी की स्थापना मानी जाती है|

भगवान गणेश की इस मंदिर में स्थापित प्रतिमा के बारे में यहां के स्थानीय लोगों का यह भी मानना है कि भगवान श्रीराम ने लंका जाते समय जिस गणेश प्रतिमा का अभिषेक तथा पूजन किया था, वह मूर्ति इस मंदिर में स्थित है जो कि रणथंभोर में स्वयंभू रूप में स्थापित है|

मंदिर में स्थापित मूर्ति के बारे में यहां के स्थानीय लोगों का मानना है कि द्वापर युग में जब भगवान श्री कृष्ण का विवाह माता रुक्मणी से हो रहा था, तब विवाह में भगवान गणेश को निमंत्रण नहीं दिया गया था जिसके बाद भगवान गणेश नाराज हो कर अपनी सवारी चूहों को यह आदेश दिया कि कृष्ण के मार्ग को खोद दिया जाए, जिससे भगवान श्री कृष्ण का रथ जमीन में दश गया और भगवान कृष्ण को अपनी गलती का एहसास हुआ, इसके बाद भगवान गणेश को लेने के लिए श्री कृष्ण इसी स्थान पर आए थे|

तीसरे नेत्र की मान्यता

राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित रणथंभौर दुर्ग में बने भगवान गणेश को समर्पित इस त्रिनेत्र गणेश मंदिर में भगवान गणेश की प्रतिमा के तीन नेत्र हैं जिसमें तीसरे नेत्र को ज्ञान का प्रतीक माना जाता है|

त्रिनेत्र गणेश मंदिर यात्रा के लिए उपयुक्त समय (Trinetra Ganesh Mandir upyukt Samey ) 

यदि आप राजस्थान के किसी भी शहर की यात्रा करते हैं तो आपको बता दें कि राजस्थान एक रेतीला प्रदेश है जहां पर अधिकांश समय गर्मी का मौसम रहता है और इस दौरान राजस्थान में तेज धूल भरी गर्म हवा चलती हैं, इस समय राजस्थान के किसी भी क्षेत्र की यात्रा करना बिल्कुल भी आनंददायक नहीं रहती है. यदि आप राजस्थान के सवाई माधोपुर में स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर (Trinetra Ganesh Temple) घूमने का विचार कर रहे हैं तो आपको अक्टूबर से मार्च के मध्य का समय चुनना चाहिए. इस दौरान राजस्थान में शीत ऋतु का मौसम रहता है जिससे आपको यात्रा में आसानी रहेगी और आप राजस्थान की सर्दी के साथ आसानी से मंदिर दर्शन भी कर सकेंगे|

मंदिर में होने वाली आरती

  • पहली आरती प्रात: 07:30 बजे
  • शृंगार आरती प्रात: 09:00 बजे.
  • भोग आरती दोपहर 12:00 बजे.
  • संध्या आरती  समय की प्रार्थना के बाद होने वाली आरती है.
  • शयन आरती आरती रात्रि 08:00 बजे होती है|

कैसे पहुंचे त्रिनेत्र गणेश मंदिर (Trinetra Ganesh Mandir)

जब भी हम किसी स्थान विशेष की यात्रा करते हैं तो वहां के उपलब्ध परिवहन के साधनों की चर्चा हम आवश्यक रूप से करते हैं जिससे कि हमें अपनी यात्रा के दौरान किसी समस्या का सामना ना करना पड़े. यदि आप राजस्थान के सवाई माधोपुर में स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर (Trinetra Ganesh Mandir) पधारने का विचार कर रहे हैं तो आपको बता दें कि आप मंदिर यात्रा के लिए अपनी सुविधा अनुसार हवाई मार्ग, रेल मार्ग तथा सड़क मार्ग का चयन कर सकते हैं और आसानी से शहर की यात्रा कर सकते हैं|

हवाई मार्ग से

यदि आप त्रिनेत्र गणेश मंदिर (Trinetra Ganesh Temple) का भ्रमण करने का विचार कर रहे हैं और आप हवाई मार्ग की सहायता से मंदिर आना चाहते हैं तो आपको बता दें कि कोटा एयरपोर्ट शहर को देश के विभिन्न प्रमुख प्रदेशों तथा शहरों से जोड़ता है, जिससे आप आसानी से कोटा शहर की यात्रा कर सकते हैं. कोटा एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी केवल 145.3 किलोमीटर की है यहां से आप अपनी सुविधा अनुसार टैक्सी या ऑटो की सहायता ले सकते हैं और आसानी से मंदिर पहुंच सकते हैं|

रेल मार्ग द्वारा

यदि आप रेल मार्ग द्वारा त्रिनेत्र गणेश मंदिर (Trinetra Ganesh Temple) घूमने का विचार कर रहे हैं तो आपको बता दें कि सवाईमाधोपुर रेलवे जंक्शन से श्री त्रिनेत्र गणेश मंदिर (Trinetra Ganesh Temple)  की दूरी मात्र 12.7 किलोमीटर है जिसे आप ऑटो या टैक्सी की मदद से आसानी से पूरी कर सकते हैं|

सड़क मार्ग द्वारा

सड़क मार्ग द्वारा सवाईमाधोपुर शहर को प्रदेश के विभिन्न शहरों तथा देश के विभिन्न राज्यों से जोड़ा गया है जिससे आप देश में कहीं से भी बहुत आसानी से सवाईमाधोपुर शहर की यात्रा कर सकते हैं. सवाईमाधोपुर  शहर के बस स्टैंड से त्रिनेत्र गणेश मंदिर (Trinetra Ganesh Temple) की दूरी मात्र 16.2 किलोमीटर है जिसे आप अपनी सुविधा अनुसार परिवहन के साधनों का चयन करके आसानी से कर सकते हैं|

त्रिनेत्र गणेश जी का मंदिर कहां स्थित है

गणेश मंदिर सवाई माधोपुर राजस्थान address

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