श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर बीकानेर (Laxminath Temple Bikaner)
- मंदिर का फोन नंबर- NA
- वेबसाइट – NA
- मंदिर का पूरा पता – 27FX+3MP, Vaidya Mangaram Colony, Bikaner, Rajasthan 334004
- मंदिर की रेलवे स्टेशन से दूरी- 2.5 KM
- बस स्टेशन से दूरी – 6.2 KM
राजस्थान अपने रीति-रिवाजों और यहां की परंपराओं परंपराओं के कारण पूरी दुनिया में अपनी अलग ही पहचान रखता है. इतिहास और यहां की खूबसूरत इमारतों को देखने के लिए देश, विदेश से राजस्थान भ्रमण के लिए हर वर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक आते रहते हैं, जहां राजस्थान में एक तरफ रेतीले टीले तो दूसरी तरफ राजस्थान के वीर सपूतों का गौरवशाली इतिहास है, जो कि पर्यटकों को हर साल अपनी और आकर्षित करता है. राजस्थान अपनी शिल्प कला और हस्त कला के लिए दुनिया भर में जाना जाता है. राजस्थान में एक से बढ़कर एक प्राचीन मंदिर और इमारतें हैं जिनमें से एक बीकानेर में स्थित लक्ष्मीनाथ मंदिर है. यह मंदिर राजस्थान के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक मंदिर है. राजस्थान के बीकानेर में स्थित श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर (Laxminath Temple Bikaner) भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को समर्पित मंदिर है.
यह मंदिर बीकानेर का प्रमुख पवित्र और धार्मिक स्थल है, मंदिर में निर्जला एकादशी, जन्माष्टमी, दिवाली तथा रामनवमी को विशेष त्योहारों का आयोजन होता है. इस दिन मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी संख्या में भीड़ देखने को मिलती है. यहां पर आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए मंदिर शांत वातावरण में समय बिताने का समय भी मिलता है.
यदि आप भी राजस्थान घूमने की योजना बना रहे हैं तो आपको राजस्थान के बीकानेर में स्थित श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर (Laxminath Temple Bikaner) का भ्रमण भी आवश्यक रूप से करना चाहिए. यह मंदिर आपको घूमने का अलग ही अनुभव देगा और आपकी यात्रा भी अच्छी रहेगी|
श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर का इतिहास (Laxminath Temple Bikaner)
जब भी हम किसी प्राचीन मंदिर या किसी इमारत के बारे में चर्चा करते हैं तो वहां की इतिहास के बारे में जानना हमारा सबसे पहला काम होता है. यदि आप राजस्थान के श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर (Laxminath Temple Bikaner) भ्रमण के लिए आ रहे हैं तो आपको बता दें कि राजस्थान के बीकानेर में स्थित लक्ष्मीनाथ मंदिर का निर्माण लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से करवाया गया है. मंदिर का निर्माण बीकानेर के महाराजा राव लूणकरण ने 14वीं शताब्दी मैं करवाया था. भगवान विष्णु तथा माता लक्ष्मी बीकानेर के महाराजा राव लूणकरण के आराध्य थे, इसीलिए उन्होंने बीकानेर में इस मंदिर का निर्माण करवाया था|
श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर की वास्तु कला (Laxminath Temple Bikaner)
जब भी हम किसी प्राचीन मंदिर या धार्मिक स्थान का भ्रमण करने जाते हैं तो उस स्थान विशेष की बनावट हमें मंत्र मुग्ध कर देती है जिससे हमारे पूर्वजों की कलाकारी तथा कारीगरी का एक उदाहरण देखने को मिलता है. राजस्थान के बीकानेर में स्थित श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर (Laxminath Temple Bikaner) का निर्माण महाराजा राव लूणकरण ने 14 वीं शताब्दी में करवाया था. इस मंदिर के निर्माण में लाल बलुआ पत्थर के साथ संगमरमर का भी उपयोग किया गया है. मंदिर में आपको खूबसूरत पेंटिंग चांदी की उत्तम कार्य तथा मूर्तियां देखने को मिलती हैं. राजस्थान के बीकानेर में स्थित श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर (Laxminath Temple Bikaner) में माता लक्ष्मी और विष्णु भगवान के अलावा नीलकंठ महादेव और बद्रीनारायण, श्री सूर्य नारायण जी और श्री रूप चतुर्भुजी मंदिर स्थापित है|
श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर (Laxminath Temple Bikaner) दर्शन के लिए उपयुक्त समय तथा यात्रा के लिए टिप्स
वैसे तो राजस्थान एक रेतीला प्रदेश है जहां अधिकतर समय तापमान अधिक रहता है. गर्मी के मौसम में यहां का तापमान 40 डिग्री सेंटीग्रेड से भी ऊपर चला जाता है और इस दौरान गर्म हवाओं के साथ धूल भरी आंधियां चलती है, जो कि राजस्थान के किसी भी शहर की यात्रा के लिए उपयुक्त समय नहीं है. यदि आप राजस्थान के बीकानेर में स्थित श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर (Laxminath Temple Bikaner) की यात्रा करने का विचार कर रहे हैं तो आपको अक्टूबर से मार्च के बीच का समय चुनना चाहिए. इस दौरान राजस्थान में सर्दी का मौसम रहता है जिससे आपको यात्रा के दौरान किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा और आप आसानी से मंदिर दर्शन कर सकते हैं|
बीकानेर स्थित लक्ष्मीनाथ मंदिर में चमड़े से बनी वस्तुओं को ले जाना माना है.
मंदिर में प्रवेश से पहले जूते तथा मोजे आपको बाहर ही खोलने रहते हैं.
मंदिर परिसर में आपको कैमरा ले जाने तथा फोटोग्राफी करने की अनुमति नहीं है.
बीकानेर लक्ष्मीनाथ मंदिर यात्रा के लिए आपको आरामदायक कपड़े और आरामदायक जुते पहन कर जाना चाहिए.
श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर खुलने तथा बंद होने का समय तथा प्रवेश शुल्क (Laxminath Temple Bikaner)
जब भी हम किसी स्थान विशेष की यात्रा करते हैं तो वहां के खुलने तथा बंद होने के समय के बारे में जानकारी आवश्यक रूप से प्राप्त करते हैं. यदि आप राजस्थान के बीकानेर में स्थित श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर (Laxminath Temple Bikaner) भ्रमण के लिए आ रहे हैं तो आपको बता दें कि मंदिर सुबह 5:00 बजे से 1:00 बजे तक खुला रहता है, जिसके बाद मंदिर शाम को 5:00 बजे खुलता है जो रात्रि 11:00 बजे तक खुला रहता है. मंदिर में घूमने के लिए आपको 1 से 2 घंटे का समय लग सकता है. इस समय में आप मंदिर को आसानी से देख सकते हैं|
बीकानेर में स्थित श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर (Laxminath Temple Bikaner) मैं घूमने के लिए आपको किसी भी तरह की कोई शुल्क नहीं देना होता है मंदिर में आप बिना किसी शुल्क के प्रवेश कर सकते हैं|
श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर (Laxminath Temple Bikaner) के आसपास की घूमने की जगह
राजस्थान के बीकानेर स्थित श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर (Laxminath Temple Bikaner) की यात्रा करते हैं तो आपको आसपास के पर्यटक स्थलों का भ्रमण भी आवश्यक रूप से करके आनंद उठाना चाहिए. जब भी हम कहीं घूमने जाते हैं तो हमारे गंतव्य के आसपास ही स्थित कुछ महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल होते हैं, जिन्हें घूमने का भी हमें आनंद आवश्यक रूप से उठाना चाहिए. यदि हम एक स्थान की यात्रा कर रहे हैं तो क्यों ना यात्रा का दोहरा लाभ उठाया जाए और इसीलिए हम आपको नीचे कुछ बीकानेर के लक्ष्मीनाथ मंदिर के आसपास घूमने की जगहों के बारे में बता रहे हैं तो यदि आप बीकानेर जाते हैं तो इन जगहों का भी भ्रमण आवश्यक रूप से करें.
- भांडासर जैन मंदिर
- ऊंट अनुसंधान केंद्र
- देवीकुंड सागर
- गजनेर वन्यजीव अभयारण्य
- कोडमदेश्वर मंदिर
- कपिल मुनि मंदिर
- सादुल सिंह संग्रहालय
कैसे पहुचे श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर (Laxminath Temple Bikaner)
अभी हम कहीं की यात्रा करते हैं तो वहां के लिए उपलब्ध साधना की चर्चा हम आवश्यक रूप से करते हैं से कि हमें वहां पहुंचने के लिए यात्रा के दौरान किसी समस्या का सामना ना करना पड़े यदि आप भी राजस्थान के बीकानेर में स्थित मंदिर की यात्रा कर रहे हैं तो आपको बता दें कि यदि आप राजस्थान के बीकानेर में स्थित श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर यात्रा करना चाहते हैं तो राजस्थान के इस मंदिर में आप सड़क, रेल और हवाई मार्ग के जरिए यात्रा करके आप बीकानेर के इस मंदिर के दर्शन आसानी से कर सकते हैं|
फ्लाइट से
यदि आप अपने परिवार के साथ राजस्थान के श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर (Laxminath Temple Bikaner)
पधारने का विचार कर रहे हैं तो आपको बता दें कि बीकानेर के लिए आपको जोधपुर के हवाई अड्डे पहुचना होगा जो की बीकानेर से 251 किलोमीटर है. जोधपुर हवाई अड्डे पहुंचने के पश्चात आप अपनी सुविधा के अनुसार अपनी मंदिर यात्रा के लिए टैक्सी बुक कर सकते हैं और अपनी आगे की मंदिर यात्रा आसानी से कर सकते हैं|
ट्रेन द्वारा
जब भी हम किसी लंबी दूरी पर जाते हैं तो हमें रेलगाड़ी का ख्याल जरूर आता है. यदि आप बीकानेर के श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर (Laxminath Temple Bikaner) की यात्रा करने का विचार कर रहे हैं तो आपको बता दें कि बीकानेर रेलवे स्टेशन. रेल मार्ग द्वारा बीकानेर को देश के विभिन्न हिस्सों तथा प्रदेश के प्रमुख शहरों से जोड़ता है. जहां से आप आसानी से बीकानेर की यात्रा कर सकते हैं, जिसके पश्चात आप बीकानेर रेलवे स्टेशन से मंदिर यात्रा के लिए अपनी सुविधा अनुसार बस या टैक्सी की मदद ले सकते हैं. जहा से मंदिर 2.5 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है|
सड़क मार्ग
श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर (Laxminath Temple Bikaner)के दर्शन के लिए आते हैं तो आपको उपरोक्त दोनों मार्गों का चयन करना चाहिए, लेकिन यदि आप बस द्वारा मंदिर दर्शन करने का विचार कर रहे हैं तो आपको बता दें की सड़क मार्ग द्वारा बीकानेर को राज्य के विभिन्न शहरों से तथा देश के प्रमुख शहरों से जोड़ा गया है, जहां से आप आसानी से शहर की यात्रा कर सकते हैं. बीकानेर बस स्टैंड से आप अपनी सुविधा के अनुसार अपनी मंदिर यात्रा के लिए कैब या टैक्सी की सहायता ले सकते हैं और आसानी से मंदिर यात्रा कर सकते है. मंदिर से 6.2 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है|