रंगबाड़ी बालाजी मंदिर कोटा (Rangbari Balaji Mandir kota)
राजस्थान में अनेकों धर्म तथा अनेकों संस्कृतियों को मानने वाले लोग निवास करते हैं, आज से ही नहीं राजस्थान में प्राचीन काल से अनेको धर्म तथा रीति-रिवाजों परंपराओं को मानने वाले लोग निवास करते आए हैं. इस बात का प्रमाण राजस्थान में स्थित प्राचीन धार्मिक मंदिरों तथा ऐतिहासिक इमारतों से लगाया जा सकता है. राजस्थान पूरी दुनिया में अपने इतिहास, रीति रिवाज तथा अपने पहनावे के लिए जाना जाता है. राजस्थान की हस्तकला पूरी दुनिया में अपना विशेष स्थान रखती है. राजस्थान में वैसे तो आनेको धार्मिक और ऐतिहासिक मंदिर में स्थित हैं जो कि हर वर्ष लाखों की संख्या में पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने में सफल सिद्ध होते हैं, लेकिन राजस्थान के कुछ ऐसे विशेष मंदिर भी है जो अपना महत्वपूर्ण और गौरवशाली इतिहास के साथ पर्यटन के क्षेत्र में अपना विशेष स्थान रखते हैं.
आज हम आपको ऐसे ही मंदिर के बारे में बताएंगे जो कि राजस्थान के पर्यटन क्षेत्र में अपना विशेष स्थान रखता है, हम बात कर रहे हैं राजस्थान के रंगबारी बालाजी मंदिर (Rangbari Balaji Mandir) के बारे में राजस्थान का यह मंदिर हजारों साल पुराना बताया जाता है. यहां के स्थानीय लोगों का मानना है कि रंगबाड़ी का यह मंदिर रामायण काल से जुड़ा हुआ है. यहां के लोगों का मानना है कि लंका विजय के बाद प्रभु श्री राम ने विभीषण का राजतिलक किया था, जिसके बाद विभीषण ने हनुमान जी तथा भगवान शिव को कावड़ में बिठाकर यात्रा की थी और राजस्थान के कोटा शहर में स्थित रंगबाड़ी का यह मंदिर भी उसी यात्रा से जुड़ा हुआ है. आज के हमारे इस आर्टिकल में हम आपको मंदिर से जुड़ी समस्त जानकारी उपलब्ध करवाने की कोशिश करेंगे, जिससे कि आपको मंदिर यात्रा तथा मंदिर के इतिहास के बारे में संपूर्ण जानकारी मिल सके.
- मंदिर का फोन नंबर- 075686 11983
- फेशबुक – Rangbari Balaji Mandir
- मंदिर का पूरा पता – 4RCQ+887, Rangbari Rd, Balaji Nagar, Rangbari, Kota Rajasthan 324010
- मंदिर की रेलवे स्टेशन से दूरी- 15.4 KM
- बस स्टेशन से दूरी – 10.9 KM
रंगबारी बालाजी मंदिर का इतिहास (History of Rangbari Balaji Mandir)
जब भी हम किसी प्राचीन मंदिर या ऐतिहासिक इमारत की चर्चा करते हैं तो हम उसके इतिहास के बारे में आवश्यक रूप से जानने की चेष्टा रखते हैं, इतिहास जानने से हमें उस मंदिर के बारे में संपूर्ण जानकारी मिलती है और इतिहास पता होने पर वहां पर उपस्थित विशेष स्थानों को देखने का हमारा नजरिया भी बदल जाता है. यदि आप राजस्थान में स्थित रंगबारी बालाजी मंदिर (Rangbari Balaji Mandir) घूमने का विचार कर रहे हैं तो आपको एक नजर मंदिर के इतिहास पर आवश्यक रूप से डाल लेनी चाहिए.
राजस्थान के कोटा शहर में स्थित इस मंदिर का इतिहास रामायण काल से जुड़ा हुआ बताते हैं, यहां के स्थानीय लोगों का मानना है कि लंका विजय के पश्चात भगवान श्री राम ने विभीषण का राजतिलक कर दिया था, जिसके पश्चात विभीषण भगवान भोलेनाथ तथा हनुमान जी को कावड में बिठाकर यात्रा करने निकले थे. यात्रा की शर्त यह रखी गई थी कि जहां भी कावड़ भूमि को छूती है, वहीं पर यात्रा समाप्त हो जाएगी और कहा जाता है कि विभीषण जब भगवान भोलेनाथ तथा हनुमान जी को बैठा कर ले जा रहे थे, तो एक पलड़ा रंगबाड़ी में तथा दूसरा 12 किलोमीटर दूर अन्य स्थान पर भूमि को टच हो गया था और इसीलिए यहां पर मंदिरों का निर्माण करवाया गया है.
रंगबाड़ी का यह मंदिर भगवान हनुमान जी को समर्पित मंदिर है. मंदिर में मंगलवार तथा शनिवार के दिन भक्तों की विशेष भीड़ रहती है. राजस्थान के कोटा शहर स्थित रंगबाड़ी मंदिर में एक कुंड भी स्थित है जिसमें काफी अधिक संख्या में मछलियां तथा कछुए देखे जा सकते हैं.
रंगबारी बालाजी मंदिर घूमने की टिप्स (Travel Tips of Rangbari Balaji Mandir)
- यदि आप राजस्थान के कोटा शहर स्थित रंगबाड़ी मंदिर भ्रमण करने के लिए आ रहे हैं तो आपको मंदिर में स्थित कुंड को आवश्यक रूप से देखना चाहिए, जिसमें अत्याधिक मछलियां तथा कछुए भी दिखाई देते हैं
- रंगबारी बालाजी मंदिर कोटा (Rangbari Balaji Mandir kota) के साथ ही आपको बांके बिहारी मंदिर के दर्शन भी आवश्यक रूप से करनी चाहिए.
- मंदिर के पास ही स्थित भगवान शनि देव को समर्पित मंदिर तथा नवग्रह मंदिर स्थित हैं जिनके दर्शन का आनंद भी आवश्यक रूप से उठाना चाहिए.
रंगबाड़ी बालाजी मंदिर कोटा घूमने के लिए उपयुक्त समय (Good Time to Travel in Rangbari Balaji Mandir)
राजस्थान एक रेतीला प्रदेश है जहां पर अधिकांश समय गर्मी का मौसम रहता है और गर्मी के दौरान राजस्थान में तेज गर्म धूल भरी आंधियां चलती है, इस दौरान राजस्थान के किसी भी शहर की यात्रा करना बिल्कुल भी सुखद अनुभव उपलब्ध नहीं कराता है. यदि आप राजस्थान प्रदेश की यात्रा करने का विचार कर रहे हैं, तो आपको यात्रा के लिए अक्टूबर से मार्च के मध्य का समय चुनना चाहिए, इस समय राजस्थान में शीत ऋतु का समय होता है. इस दौरान आप राजस्थान घूमने का आनंद बहुत ही अच्छे तरीके से ले सकते हैं. साथ ही आप राजस्थान की सर्दी का भी लुफ्त उठा सकते हैं.
यदि आप राजस्थान के कोटा शहर में स्थित रंगबाड़ी बालाजी मंदिर (Rangbari Balaji Mandir) घूमने का विचार कर रहे हैं तो आपको मंगलवार तथा शनिवार का दिन ही चुनना चाहिए, इस दिन भगवान हनुमान जी के इस मंदिर में भक्तों की विशेष भीड़ देखने को मिलती है.
रंगबाड़ी बालाजी मंदिर (Rangbari Balaji Mandir) खुलने का समय तथा प्रवेश शुल्क
भगवान हनुमान जी को समर्पित रंगबारी बालाजी मंदिर (Rangbari Balaji Mandir kota) में वैसे तो आप कभी भी आ सकते हैं, मंदिर भक्तों के लिए हमेशा खुला रखा गया है, लेकिन मंदिर में यदि आप सुबह होने वाली आरतीयों में शामिल होते हैं तो मंदिर आपको बहुत ही लुभावना दृश्य उपलब्ध कराता है|
रंगबारी बालाजी मंदिर (Rangbari Balaji Mandir kota) में दर्शन करने के लिए किसी भी प्रकार की कोई फीस नहीं ली जाती है, आप मंदिर में मुफ्त/निशुल्क रूप से दर्शन कर सकते हैं|
कैसे पहुंचे रंगबारी बालाजी मंदिर कोटा (Rangbari Temple Kota)
जब भी हम किसी स्थान विशेष की यात्रा करते हैं तो हम वहां के परिवहन के उपलब्ध साधनों के बारे में आवश्यक रूप से चर्चा करते हैं और हम यह जानने की कोशिश करते हैं, कि हमारे गंतव्य तक हमें आसानी से परिवहन के साधन उपस्थित हैं या नहीं. यदि आप राजस्थान के कोटा शहर में स्थित रंगबारी बालाजी मंदिर (Rangbari Balaji Mandir)की यात्रा करने का विचार कर रहे हैं, तो आपको बता दें कि आप कोटा शहर की यात्रा फ्लाइट, ट्रेन और बस तीनों ही परिवहन के साधनों से अपनी इच्छा अनुसार कर सकते हैं और आसानी से रंगबारी बालाजी मंदिर (Rangbari Balaji Mandir) के दर्शन कर सकते हैं.
फ्लाइट द्वारा
यदि आप अपने परिवार के साथ कोटा शहर के रंगबारी बालाजी मंदिर (Rangbari Balaji Mandir) की यात्रा करने का विचार कर रहे हैं और आप हवाई मार्ग के जरिए मंदिर दर्शन करना चाहते हैं, तो आपको बता दें कि कोटा शहर मैं किसी भी तरह का हवाई अड्डा उपस्थित नहीं है, हवाई मार्ग से कोटा पहुंचने के लिए आपको जयपुर शहर स्थित सांगानेर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की सहायता लेनी होगी, जो कि देश के विभिन्न प्रदेशों तथा प्रमुख शहरों को जयपुर शहर से जोड़ता है. जयपुर के सांगानेर हवाई अड्डे से आप अपनी सुविधा अनुसार बस या टैक्सी की सहायता ले सकते हैं और कोटा शहर के रंगबारी बालाजी मंदिर (Rangbari Balaji Mandir) के दर्शन कर सकते हैं, जो कि सांगानेर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से मात्र 253.2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है|
रेल मार्ग द्वारा
यदि आप कोटा शहर स्थित रंगबारी बालाजी मंदिर (Rangbari Balaji Mandir) की यात्रा करना का विचार कर रहे हैं, तो इसके लिए आपको कोटा शहर के कोटा रेलवे जंक्शन की यात्रा करनी होगी. कोटा रेलवे जंक्शन राजस्थान के प्रमुख शहरों तथा देश के विभिन्न प्रदेशों से शहर को रेल मार्ग द्वारा जोड़ता है. जिससे आप आसानी से कोटा शहर की यात्रा कर सकते हैं. कोटा शहर के कोटा रेलवे जंक्शन से रंगबारी बालाजी मंदिर (Rangbari Balaji Mandir) की दूरी केवल 15.4 किलोमीटर है. यहां से आप अपनी सुविधा अनुसार कैब या टैक्सी बुक कर सकते हैं और आसानी से मंदिर यात्रा कर सकते हैं.
सड़क मार्ग द्वारा
यदि आप राजस्थान के कोटा शहर स्थित रंगबारी बालाजी मंदिर (Rangbari Balaji Mandir) की यात्रा करने का विचार कर रहे हैं और आप सड़क मार्ग की सहायता से मंदिर पहुंचना चाहते हैं तो आपको बता दें कि कोटा शहर को प्रदेश के प्रमुख शहरों तथा देश के प्रमुख राज्यों से सड़क मार्ग द्वारा जोड़ा गया है, जहां से आप आसानी से शहर की यात्रा कर सकते हैं और बहुत ही आसानी से कोटा शहर पहुंच सकते हैं, जिसके पश्चात आप अपनी आगे की रंगबारी बालाजी मंदिर (Rangbari Balaji Mandir) यात्रा के लिए अपनी सुविधा अनुसार कैब या टैक्सी की सहायता ले सकते हैं और अपनी मंदिर यात्रा को पूरी कर सकते हैं|