Vrindavan Prem Mandir In Hindi |प्रेम मंदिर किसने बनवाया है?
नमस्ते नमस्कार मित्रों आज हम इस आर्टिकल में prem mandir vrindavan hindi वृंदावन के प्रेम मंदिर के बारे में जानकारी देने वाले हैं वृंदावन का प्रेम मंदिर किस लिए बनवाया, वृंदावन का प्रेम मंदिर कहां स्थित है यहां कैसे पाहुंचे, वृंदावन के प्रेम मंदिर का क्या इतिहास है, कौन सी जगह par बना है और कितने लोगों ने उसे बनाया है इसकी विशेषता क्या है क्यों प्रसिद्ध है वृंदावन का प्रेम मंदिर कैसा दिखता है प्रेम मंदिर कौन से भगवान को समर्पित है प्रेम मंदिर का इतिहास क्या है इसकी शैली कैसी है और यह प्रेम मंदिर क्यों प्रसिद्ध है आज lekh में हम सभी प्रश्नों का समाधान करेंगे
वृंदावन का प्रेम मंदिर अपनी भव्यता और सुंदरता के लिए वृंदावन के सभी प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है जो भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी को समरपित है इनके अलावा यहां भगवान राम और माता सीता की भी मूरतियां हैं शाम की आरती के समय यहां भक्तों की भीड़ होती है यह मंदिर अपनी रात्री की लाइटिंग और भगवान कृष्ण की झांकियों के लिए प्रतिष्ठित है
वृंदावन का प्रेम मंदिर संगममार के सफेद पत्थर से बनाया गया है वृंदावन के प्रेम मंदिर भगवान कृष्ण की प्रेम प्रसंग की नक्काशी व झलकियां डाली गई है
जो कि सफेद पत्थर से निर्मित है इस मंदिर पर भगवान श्री कृष्ण के जीवन का प्रेम प्रसंग मंदिर परअंकित है किए गए हैं
किसने करवा वृंदावन के प्रेम मंदिर का निर्माण
प्रेम मंदिर किसने बनवाया है?: – भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी को समरपित virndavan prem mandir nirman in hindi वृंदावन का प्रेम मंदिर का निर्माण महाराज कृपालु ने कारवाया वृंदावन के प्रेम मंदिर का परिसर 54 एक जमीन पर है जो राधा कृष्ण और श्री राम सीता को समरपित है मंदिर का निर्माण सन 2001 में शुरू हुआ और उद्घाटन समारोह 15 फरवरी 2012. प्रेम मंदिर के दरबार के निर्माण में 150 करोड़ रुपये की लगत लगी भगवान के मंदिर के बगल में 73000 वर्ग फुट खंडे से कम नंबर के आकार के सत्संग हॉल बनाया गया है जो एक समय में करीब 25000 लोगों का पूजा स्थल प्रति समारोह स्थल है
कहां स्थित है वृंदावन का प्रेम मंदिर? Where is prem mandir in mathura?
भगवान श्री कृष्ण का प्रेम मंदिर NH2 हाईवे से वृंदावन जाने वाले रास्ते पर स्थित है प्रेम मंदिर मुख्य सड़क पर ही स्थिति है उसके पास में ही छटीकरा नमक स्थान पर जो कि NH2 से प्रेम मंदिर के लिए रास्ता निकला है ऊपर माता वैष्णो देवी का एक मंदिर भी है वह मंदिर ही लोगों के मन को मोह लेता है|
Theme and Concept of Prem Mandir Development प्रेम मंदिर को बनबाने के पीछे क्या अवधारणा है?
प्रेम मंदिर का विषय और अवधारणा भगवान कृष्ण और राधा की दिव्य प्रेम कहानी के आसपास केंद्रित है, जो हिंदू पौराणिक कथाओं में एक केंद्रीय विषय है। मंदिर की वास्तुकला, डिजाइन और सजावट सभी इस विषय से प्रेरित हैं और इसे विभिन्न तरीकों से चित्रित करना चाहते हैं।
मंदिर पूरी तरह से सफेद संगमरमर से बना है और इसमें जटिल नक्काशी, मूर्तियां और पेंटिंग हैं जो राधा और कृष्ण की प्रेम कहानी को दर्शाती हैं। मंदिर के मुख्य हॉल में राधा और कृष्ण की जटिल नक्काशी है, जो गोपियों (चरवाहों की लड़कियों) और गोपों (चरवाहे लड़कों) से घिरी हुई है, जो उनके दिव्य प्रेम को दर्शाते हुए विभिन्न मुद्राओं में हैं।
मंदिर की बाहरी दीवारों को राधा और कृष्ण की प्रेम कहानी के विभिन्न चरणों को दर्शाते हुए सुंदर चित्रों और भित्ति चित्रों से सजाया गया है। मंदिर के परिसर में सुंदर उद्यान, फव्वारे और जल निकाय भी हैं, जो सभी मंदिर की शांति और आध्यात्मिक आभा को बढ़ाते हैं।
मंदिर के डिजाइन और सजावट के पीछे की अवधारणा आगंतुकों को एक शांत और शांतिपूर्ण वातावरण प्रदान करना है जहां वे अपनी आस्था से जुड़ सकें और राधा और कृष्ण के दिव्य प्रेम का अनुभव कर सकें। मंदिर का म्यूजिकल फाउंटेन शो भी इसी अवधारणा पर आधारित है और एक रहस्यमय और करामाती माहौल बनाने की कोशिश करता है जो आगंतुकों को दिव्य प्रेम और भक्ति के दायरे में ले जाता है।
कुल मिलाकर, प्रेम मंदिर का विषय और अवधारणा प्रेम, भक्ति और आध्यात्मिकता के इर्द-गिर्द केंद्रित है, और आगंतुकों को राधा और कृष्ण के दिव्य प्रेम का एक अनूठा और अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करना चाहता है। प्रेम मंदिर किसने बनवाया है?
प्रेम मंदिर वृंदावन के रहस्य | Secrets of Prem Mandir Vrindavan
प्रेम मंदिर के बारे में कुछ रहस्यों की बातें हैं जो इस मंदिर को और भी रहस्यमय बनाती हैं।
- मथुरा वृंदावन का प्रेम मंदिर विश्व प्रसिद्ध है इस मंदिर को देखने के लिए देश और विदेश श्री कृष्ण भक्त आते हैं इस मंदिर की सुंदरता किसी की भी मन को शक्ति है और शाम के समय में इसकी जगमगती रोशनी किसी की भी मन को मोह लेटी है या भक्तों का एक बार आने के बाद में जाने का मन नहीं होता आपके इस मंदिर के बारे में यह रहस्यमयी बात कभी पहले भी सुनी होगी
- वृंदावन का प्रेम मंदिर भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी के अलावा राम और सीता के लिए भी समर्पित है आपको जानकर हेयरानी होगी इस मंदिर को करीब 1000 मजबूरों ने मिलकर 11 साल में बनाया है
- भगवान श्री कृष्ण को समर्पित प्रेम मंदिर का निर्माण 12 फरवरी 2012 को किया गया था मंदिर की उंचाई 125 फीट लंबी 122 फीट और चौदाई करीब 115 फीट है यह मंदिर 17 फरवरी 2012 को आम भक्तों के लिए खोल दिया गया
- Vrindavan ka Prem Mandir में 94 कलामंदित स्तंभ में जो किंकरी और बड़ी मजरी सखियों के विग्रह को देखते हैं इसके अलावा इस प्रेम मंदिर की सतरंगी रोशनी भक्तों को काफी लुभाती है
- वृंदावन के प्रेम मंदिर का मुख्य आकर्षण भगवान श्रीकृष्ण की मनोहर झांकियां हैं और सीताराम की खूबसूरत परी वाला भाग मंदिर में फबरे श्री कृष्ण के राधा कृष्ण मनोज झांकियां गोवर्धन लीला कालिया नाग दमन लीला झूलाई गई है साथ ही साथ भगवान श्रीकृष्ण के बचपन की बचपन से लेकर महाभारत कला की लीलाएं भी यहां पर दर्शयाई गई है
- Vrindavan ka Prem Mandir दिन के समय में संगमार के सफेद पत्थर के जैसा दिखता है और शाम के समय इस मंदिर में सतरंगी रोशनी से जगमगाता रहता है जिस हर 30 सेकंड में मंदिर का रंग बिलकुल बदलता है जो कि भक्तों को काफी लोग आता है और सुहाना लगता है
- इस मंदिर में सत्संग के लिए उच्च भवन का निर्माण किया गया है जिस में करी 25000 लोग एक साथ बैठकें भगवान की पूजा अर्चना कर सकते हैं जो की 2018 में आम लोगों के लिए खोल दिया गया था
प्रेम मंदिर रात का सीन
वृंदावन का प्रेम मंदिर भगवान कृष्ण और उनकी शाश्वत भक़्त राधा को समर्पित एक लोकप्रिय हिंदू मंदिर है। मंदिर परिसर अपनी जटिल वास्तुकला, आश्चर्यजनक रूप से सुंदर आंतरिक सज्जा और मोहक वातावरण के लिए जाना जाता है। मंदिर दर्शनार्थियों के लिए दिन और रात दोनों समय खुला रहता है।
रात में, प्रेम मंदिर हजारों रोशनी से जगमगाता है, एक जादुई माहौल बनाता है जो वास्तव में मंत्रमुग्ध कर देने वाला है। रात के समाये में प्रेम मंदिर की बाहरी दीवारें और मुख्य गुंबद बदलते रंगों से जगमगाते हैं, और मंदिर का परिवेश दीयों (तेल के दीयों) की पंक्तियों से जगमगाता है जो रात में प्रेम मंदिर वृँदावन मथूरा के आकर्षण को बढ़ाते हैं।
आगंतुक हर शाम होने वाले प्रेम मंदिर में एक सुंदर ध्वनि और प्रकाश शो भी देख सकते हैं। यह शो भगवान कृष्ण और राधा के साथ उनके दिव्य प्रेम की कहानी बताता है और उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शित करता है। यह शो प्रौद्योगिकी, संगीत और दृश्य प्रभावों का एक सही मिश्रण है, जो इसे आगंतुकों के लिए एक यादगार अनुभव बनाता है।
कुल मिलाकर, प्रेम मंदिर में रात का दृश्य वृंदावन जाने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए अवश्य देखना चाहिए। मंत्रमुग्ध करने वाले प्रकाश और ध्वनि शो के साथ मंदिर का दिव्य वातावरण एक अविस्मरणीय अनुभव बनाता है।
प्रेम मंदिर का म्यूजिकल फाउंटेन शो | Musical Fountain Show of Prem Mandir
प्रेम मंदिर में म्यूजिकल फाउंटेन शो रोशनी, संगीत और पानी का एक सुंदर प्रदर्शन है जो हर शाम को होता है। यहां शो के बारे में कुछ विवरण दिए गए हैं:
यह शो लगभग 20-25 मिनट तक चलता है।
सीजन के आधार पर शो का समय अलग-अलग होता है। गर्मियों (अप्रैल से सितंबर) के दौरान, शो लगभग 7:30 बजे शुरू होता है, जबकि सर्दियों (अक्टूबर से मार्च) के दौरान, शो लगभग 6:30 बजे शुरू होता है।
Musical Fountain Show of Prem Mandir भक्ति संगीत के साथ होता है और पानी और प्रकाश के प्रदर्शन के साथ सिंक्रनाइज़ किया जाता है।
फव्वारों को 50 फीट ऊंचे पानी को शूट करने के लिए प्रोग्राम किया गया है, जिससे एक सुंदर और मंत्रमुग्ध कर देने वाला प्रदर्शन होता है।
प्रेम मंदिर आने वाले सभी आगंतुकों के लिए यह शो नि:शुल्क है, लेकिन पीक टूरिस्ट सीजन के दौरान इसमें भीड़ हो सकती है।
प्रेम मंदिर में म्यूजिकल फाउंटेन शो देखना एक सुंदर दृश्य है, और यदि आप वृंदावन में हैं तो यह निश्चित रूप से देखने लायक है।
प्रेम मंदिर खुलने का समय
प्रेम मंदिर एक धार्मिक स्थल है जो वृंदावन, उत्तर प्रदेश, भारत में स्थित है। यह मंदिर देश और विदेश से आने वाले भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय है।
मथुरा वृंदावन में प्रेम मंदिर सप्ताह और छुट्टियों सहित सप्ताह के हर दिन आगंतुकों के लिए खुला रहता है। मंदिर के खुलने और बंद होने का समय इस प्रकार है:
प्रेम मंदिर रोजाना सुबह 5:00 बजे खुलता है और रात्रि 10:00 बजे तक खुला रहता है। इसके अलावा, आप इस मंदिर को हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण त्यौहार जैसे कृष्ण जन्माष्टमी, होली और दीवाली जैसे अवसरों पर भी खुला पाएंगे।
ग्रीष्म ऋतु (मार्च से अक्टूबर): मंदिर सुबह 5:30 बजे खुलता है और दोपहर 12:00 बजे बंद होता है। शाम को, यह फिर से 4:00 बजे खुलता है और 9:00 बजे बंद हो जाता है।
सर्दियों का मौसम (नवंबर से फरवरी): मंदिर सुबह 6:30 बजे खुलता है और दोपहर 12:00 बजे बंद हो जाता है। शाम को, यह दोपहर 3:00 बजे फिर से खुलता है और रात 8:30 बजे बंद हो जाता है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये समय परिवर्तन के अधीन हैं, विशेष रूप से विशेष अवसरों और त्योहारों के दौरान। किसी भी असुविधा से बचने के लिए मंदिर जाने से पहले समय की पुष्टि करना हमेशा एक अच्छा विचार होता है। इसके अतिरिक्त, मंदिर परिसर का पता लगाने के लिए पर्याप्त समय की अनुमति देने के लिए बंद होने के समय से कम से कम 30 मिनट पहले मंदिर पहुंचने की सिफारिश की जाती है।
कृपया ध्यान दें कि कोविड-19 महामारी के कारण, वर्तमान समय में स्थानीय अधिकारियों द्वारा मंदिर में आगंतुकों की संख्या पर प्रतिबंध लगा सकते हैं। इसलिए, यदि आप मंदिर जाने की योजना बना रहे हैं, तो आपको स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी की गई निर्देशों का पालन करना चाहिए।
Festivals and Celebrations in Prem Mandir | प्रेम मंदिर में उत्सव
वृंदावन में प्रेम मंदिर साल भर कई त्योहार और विशेष अवसर मनाता है। यहाँ कुछ प्रमुख त्यौहार और उत्सव हैं जो मंदिर में मनाए जाते हैं:
प्रेम मंदिर जन्माष्टमी: भगवान कृष्ण के जन्मदिन जन्माष्टमी को प्रेम मंदिर में बहुत ही उत्साह और उत्साह के साथ मनाया जाता है। मंदिर को खूबसूरती से सजाया गया है, और इस शुभ अवसर को मनाने के लिए दूर-दूर से भक्त आते हैं।
प्रेम मंदिर राधाष्टमी: राधाष्टमी, भगवान कृष्ण की प्रिय राधा का जन्मदिन, प्रेम मंदिर में मनाया जाने वाला एक और महत्वपूर्ण त्योहार है। मंदिर को फूलों और रोशनी से सजाया जाता है और भक्ति संगीत और नृत्य प्रदर्शन आयोजित किए जाते हैं।
प्रेम मंदिर दिवाली: रोशनी का त्योहार दिवाली भी प्रेम मंदिर में मनाया जाता है। मंदिर को हजारों रोशनी और मोमबत्तियों से सजाया गया है और विशेष पूजा और अनुष्ठान किए जाते हैं।
प्रेम मंदिर होली: रंगों का त्योहार होली प्रेम मंदिर में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। मंदिर को फूलों से सजाया गया है, और भक्त रंग खेलने और इस अवसर को मनाने के लिए एक साथ आते हैं।
प्रेम मंदिर गुरु पूर्णिमा: गुरु पूर्णिमा किसी के आध्यात्मिक गुरु को सम्मान और सम्मान देने का एक विशेष अवसर है। प्रेम मंदिर में, विशेष पूजा और अनुष्ठान किए जाते हैं, और भक्त अपने आध्यात्मिक गुरुओं को सम्मान देते हैं।
इन त्योहारों के अलावा, मंदिर अन्य अवसरों जैसे मकर संक्रांति, अक्षय तृतीया और गोवर्धन पूजा को भी मनाता है। प्रेम मंदिर में प्रत्येक त्यौहार और उत्सव एक सुंदर और अनूठा अनुभव है, और इस दौरान मंदिर जाना भगवान कृष्ण के किसी भी भक्त के लिए जरूरी है।
How to reach virndavan Prem Mandir ? वृंदावन के प्रेम मंदिर कैसे पहुंचे
हवाई मार्ग द्वारा वृंदावन के प्रेम मंदिर कैसे पाहुंचे
जैसा कि आप जानते हो प्रेम मंदिर मथुरा शहर के नजदीक वृंदावन में स्थित है और मथुरा शहर आगरा और दिल्ली के बीच में पड़ता है यहां आगरा और दिल्ली दोनो जगह पर इंटरनेशनल एयरपोर्ट उपलब्ध है भक्तजन वृंदावन के प्रेम मंदिर पहुंचने के लिए इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट दिल्ली से मथुरा के लिए एक सकते हैं वह आगरा एयरपोर्ट से भी एक सकते हैं दिल्ली से वृंदावन प्रेम मंदिर की दूरी करीब 150 किलोमीटर है तथा आगरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से वृंदावन प्रेम मंदिर की दूरी 75 किलोमीटर है इसी आगरा इंटरनेशनल या आगरा एयरपोर्ट ज्यादा नजदीक पड़ता है
रेल मार्ग द्वारा वृंदावन प्रेम मंदिर कैसे पाहुंचे
रेल मार्ग द्वारा वृंदावन प्रेम मंदिर पहुंचने के लिए आपको अपने शहर से मथुरा जंक्शन के लिए टिकट लेकर रेल में बैथना है तथा मथुरा जंक्शन पर उतर कर वहां से ऑटो बस वृंदावन के लिए जाते हैं जो करीब 20 से ₹25 में आपको मथुरा जंक्शन से वृंदावन छोड़ सकते हैं प्रेम मंदिर जाने के लिए आपको मथुरा जंक्शन से दो रास्ते मिलेंगे इसमें एक वृंदावन और मैं पहुंचने के लिए सीधा रास्ता है जो शहर में होते हुए जाता है दूसरा रास्ता एनएच2 हाईवे है जो छटीकरा से वृंदावन प्रेम मंदिर के लिए पाहुंची जा सकता है
सड़क मार्ग द्वारा वृंदावन प्रेम मंदिर कैसे पाहुंचे
सड़क मार्ग द्वारा वृंदावन प्रेम मंदिर पहचानने के लिए आपको मथुरा में स्थित नए बस स्टैंड पर उतरना है वहां से एनएच2 हाईवे से होते हुए बाया छटीकरा प्रेम मंदिर जा सकते है