कर्णेश्वर महादेव मंदिर कोटा
राजस्थान दुनिया भर में अपने इतिहास और यहां की कला और संस्कृति के लिए जाना जाता है. राजस्थान में जहां अनेको धर्मों के लोग निवास करते हैं, उसी प्रकार से राजस्थान में सभी धर्मों से जुड़े हुए प्राचीन धार्मिक इमारतें तथा ऐतिहासिक इमारतें भी स्थित है, जिन्हें देखने के लिए हर वर्ष लाखों की संख्या में देश-विदेश से पर्यटक आते रहते हैं. राजस्थान का इतिहास देश तथा विदेश के पर्यटकों को हमेशा आकर्षित करता रहता है. राजस्थान में वैसे तो भगवान शिव के आनेको मंदिर है, जहां पर लोगों की अपार आस्था रहती है और भगवान शिव के दर्शन के लिए लोगों की भीड़ लगी हुई रहती है, लेकिन राजस्थान में कुछ ऐसे भी शिव मंदिर है जो कि देश ही नहीं दुनिया में भी प्रमुख मंदिरों में अपना स्थान रखते हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताइए जो कि देश ही नहीं दुनिया में भी बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता है.
आपने भगवान शिव के अनेकों मंदिर देखे होंगे, जिनमें भगवान शिव के साथ भगवान गणेश तथा माता पार्वती ही विराजमान होती हैं, लेकिन राजस्थान के कोटा शहर में स्थित कर्णेश्वर महादेव (Karneshwar Mahadev kota) एक ऐसा मंदिर है जिसमें भगवान शिव अपने संपूर्ण परिवार के साथ विराजमान हैं. भगवान शिव का दुनिया का यह एकमात्र मंदिर है जिसमें भगवान शिव, माता पार्वती,भगवान गणेश, कार्तिकेय तथा पुत्री अशोक सुंदरी विराजमान है और यही वजह है कि यह मंदिर हर वर्ष हजारों लाखों की संख्या में देश तथा विदेश से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. आज के हमारे इस आर्टिकल में हम आपको मंदिर के बारे में संपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाने की कोशिश करेंगें, जिससे कि यदि आप मंदिर की यात्रा करते हैं तो आपको किसी भी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े, साथ ही हमारे इस आर्टिकल से मंदिर के इतिहास के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं|
- मंदिर का फोन नंबर- 088405 56384
- फेशबुक – NA
- मंदिर का पूरा पता – 4V23+CM8, Karneshwar Road, Kota Bypass, Kota, Rajasthan 324010
- मंदिर की रेलवे स्टेशन से दूरी- 21.2 KM
- बस स्टेशन से दूरी -12.3 KM
कर्णेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास (History of Karneshwar Mahadev)
जब भी हम किसी प्राचीन मंदिर या ऐतिहासिक इमारत के बारे में बात करते हैं तो हम उसके इतिहास की जानकारी आवश्यक रूप से करते हैं, जिससे कि हमें उस स्थान विशेष की गौरव गाथा का पता चलता है. यदि आप राजस्थान के कोटा शहर में स्थित कर्णेश्वर महादेव मंदिर (Karneshwar Mahadev) धाम पधारने का विचार कर रहे हैं तो आपको एक नजर मंदिर के इतिहास पर जरूर डालनी चाहिए. बात करें मंदिर के इतिहास की तो मंदिर के इतिहास के बारे में कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण मौर्य वंश से भी पहले का है, तथा मौर्य वंश के राजा धवल ने मंदिर का जीर्णोद्धार 738 ईसवी में करवाया था|
मंदिर का जीर्णोद्धार का कार्य संपूर्ण होने पर मंदिर की दीवारों पर दो शिलालेख भी लगवाए थे. इन शिलालेखों में आदिसंस्कृत भाषा का उपयोग किया गया है और शिलालेखों में मंदिर की महत्ता को बताया गया है|
भगवान शिव के इस कर्णेश्वर कर्णेश्वर महादेव मंदिर (Karneshwar Mahadev) मंदिर के लिए कहा जाता है कि जब भी सूर्य उत्तरायण तथा दक्षिणायन होता है तो सूर्य से निकलने वाली पहली किरण मंदिर के गर्भ गृह में स्थित भगवान शिव की प्रतिमा के चरणों में गिरती है, साथ ही मंदिर के बारे में यहां के स्थानीय लोगों का मानना है कि मंदिर में स्थित कुंड में स्नान करने पर समस्त दुखों से छुटकारा मिलता है|
कर्णेश्वर महादेव मंदिर की विशेषता (Karneshwar Mahadev)
राजस्थान के कोटा शहर में स्थित भगवान शिव को समर्पित कर्णेश्वर महादेव मंदिर कोटा (Karneshwar Mahadev kota) दुनिया का एकमात्र मंदिर है, जिसमें भगवान शिव अपनी पुत्री अशोक सुंदरी तथा अपने परिवार के साथ विराजमान है.
- मंदिर का निर्माण मौर्य वंश से भी पहले का बताया जाता है.
- कर्णेश्वर महादेव मंदिर (Karneshwar Mahadev) का जीर्णोद्धार मौर्य वंश के शासक धवल ने अपने सेनापति द्वारा करवाया था.
- कर्णेश्वर महादेव मंदिर (Karneshwar Mahadev) में सूर्य भी भगवान शिव की प्रतिमा के चरण स्पर्श करता है.
- कर्णेश्वर महादेव मंदिर (Karneshwar Mahadev) में स्थित जल कुंड में स्नान करने से समस्त दुखों से छुटकारा मिलता है|
कर्णेश्वर महादेव मंदिर खुलने तथा बंद होने का समय प्रवेश शुल्क (Open and closing time of Karneshwar Mahadev)
जब भी हम किसी धार्मिक ऐतिहासिक जगह के भ्रमण का विचार करते हैं तो हम उस स्थान विशेष के खुलने तथा बंद होने के विषय में आवश्यक रूप से जानकारी उठाते हैं. यदि आप राजस्थान के कोटा शहर में स्थितकर्णेश्वर महादेव मंदिर कोटा (Karneshwar Mahadev kota) भ्रमण का विचार कर रहे हैं, तो आपको बता दें कि यह मंदिर भक्तों के लिए सुबह 6:00 बजे खुलता है जो कि शाम को 6:00 बजे बंद कर दिया जाता है, इस दौरान आप मंदिर में भगवान शिव के दर्शन बहुत ही आसानी से कर सकते हैं|
भगवान शिव के इस मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों को किसी भी प्रकार का प्रवेश शुल्क नहीं देना होता है, मंदिर में निशुल्क प्रवेश दिया जाता है|
कर्णेश्वर महादेव मंदिर घूमने का बेहतरीन समय (Best Time to Travel Karneshwar Mahadev)
जब भी हम किसी ऐतिहासिक या धार्मिक जगह का भ्रमण करते हैं तो हम वहां के तापमान तथा वहां के वातावरण के बारे में आवश्यक रूप से जानकारी जुटाते हैं, जिससे कि हमें अपनी यात्रा के दौरान किसी भी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े. यदि आप राजस्थान के कोटा शहर स्थित कर्णेश्वर महादेव मंदिर कोटा (Karneshwar Mahadev kota) घूमने चाहते है तो आपको बता दें कि राजस्थान एक रेतीला प्रदेश है जहां पर अधिकांश समय गर्मी का मौसम रहता है और इस दौरान राजस्थान में तेज गर्म धूल भरी आंधियां चलती है, जिससे कि यहां की यात्रा करना बहुत कठिन हो जाता है. यदि आप राजस्थान के मंदिर देखना चाहते है | तो आपको भ्रमण के लिए अक्टूबर से मार्च के मध्य का समय का चयन करना चाहिए, इस दौरान राजस्थान में शरद ऋतु रहती है और कुछ ही समय पहले राजस्थान में बारिश हुई होती है जिससे चारों तरफ हरियाली रहती है. इस दौरान आप आसानी से राजस्थान के किसी भी शहर का भ्रमण कर सकते हैं और अपनी यात्रा का आनंद ले सकते हैं|
यदि आप कोटा शहर स्थित कर्णेश्वर महादेव मंदिर (Karneshwar Mahadev kota) भ्रमण का विचार कर रहे हैं तो आप हिंदू महीनों के अनुसार सावन महीने में महाशिवरात्रि के दिन का चयन करना चाहिए, इस दौरान मंदिर में विशेष पर्व का आयोजन रहता है और भक्तों की विशेष भीड़ देखी जा सकती है|
कैसे पहुंचे कर्णेश्वर महादेव मंदिर कोटा (How to Reach Karneshwar Mahadev temple Kota)
जब भी हम किसी स्थान विशेष पर जाने का विचार करते हैं तो हम उस स्थान विशेष के बारे में तथा वहां उपलब्ध परिवहन के साधनों के बारे में आवश्यक रूप से चर्चा करते हैं. यदि आप राजस्थान के कोटा शहर स्थित कर्णेश्वर महादेव मंदिर (Karneshwar Mahadev) घूमने का विचार कर रहे हैं तो आप मंदिर यात्रा के लिए हवाई मार्ग, रेल मार्ग तथा सड़क मार्ग में से अपनी इच्छा अनुसार किसी भी मार्ग का चयन कर सकते हैं. आप तीनों की मार्गो द्वारा आसानी से राजस्थान के कोटा शहर की यात्रा कर सकते हैं और भगवान शिव के इस मंदिर के दर्शन बहुत आसानी से कर सकते हैं.
फ्लाइट द्वारा
यदि आप अपने परिवार के साथ कोटा शहर के कर्णेश्वर महादेव मंदिर (traveling to Karneshwar Mahadev) की यात्रा करने का विचार कर रहे हैं और आप हवाई मार्ग के जरिए कर्णेश्वर महादेव मंदिर दर्शन करना चाहते हैं, तो आपको बता दें कि कोटा शहर मैं किसी भी तरह का हवाई अड्डा उपस्थित नहीं है, हवाई मार्ग से कोटा पहुंचने के लिए आपको जयपुर शहर स्थित सांगानेर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की सहायता लेनी होगी, जो कि देश के विभिन्न प्रदेशों तथा प्रमुख शहरों को जयपुर शहर से जोड़ता है. जयपुर के सांगानेर हवाई अड्डे से आप अपनी सुविधा अनुसार बस या टैक्सी की सहायता ले सकते हैं और कोटा शहर के कर्णेश्वर महादेव मंदिर (Karneshwar Mahadev K darshan) के दर्शन कर सकते हैं, जो कि सांगानेर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से मात्र 259.4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
रेल मार्ग द्वारा
यदि आप कोटा शहर स्थित भगवानशिव के कर्णेश्वर महादेव मंदिर (Karneshwar Mahadev) की यात्रा करना का विचार कर रहे हैं, तो इसके लिए आपको कोटा शहर के कोटा रेलवे जंक्शन की यात्रा करनी होगी. कोटा रेलवे जंक्शन राजस्थान के प्रमुख शहरों तथा देश के विभिन्न प्रदेशों से शहर को रेल मार्ग द्वारा जोड़ता है. जिससे आप आसानी से कोटा शहर की यात्रा कर सकते हैं. कोटा शहर के कोटा रेलवे जंक्शन से कर्णेश्वर महादेव मंदिर (Karneshwar Mahadev) की दूरी केवल 21.2 किलोमीटर है. यहां से आप अपनी सुविधा अनुसार कैब या टैक्सी बुक कर सकते हैं और आसानी से मंदिर यात्रा कर सकते हैं.
सड़क मार्ग द्वारा
यदि आप राजस्थान के कोटा शहर स्थित कर्णेश्वर महादेव मंदिर (Travel to Karneshwar Mahadev) की यात्रा करने का विचार कर रहे हैं और आप सड़क मार्ग की सहायता से मंदिर पहुंचना चाहते हैं तो आपको बता दें कि कोटा शहर को प्रदेश के प्रमुख शहरों तथा देश के प्रमुख राज्यों से सड़क मार्ग द्वारा जोड़ा गया है, जहां से आप आसानी से शहर की यात्रा कर सकते हैं और बहुत ही आसानी से कोटा शहर पहुंच सकते हैं, जिसके पश्चात आप अपनी आगे की कर्णेश्वर महादेव मंदिर (Karneshwar Mahadev) यात्रा के लिए अपनी सुविधा अनुसार कैब या टैक्सी की सहायता ले सकते हैं और अपनी मंदिर यात्रा को पूरी कर सकते हैं.