गेपरनाथ महादेव मंदिर कोटा (Gapernath shiv mandir kota)
geparnath mahadev mandir kota: राजस्थान पूरी दुनिया में अपने इतिहास और अपने रीति-रिवाजों के चलते अपनी अलग पहचान रखता है, राजस्थान के ऐतिहासिक मंदिरों तथा ऐतिहासिक इमारतों को देखने के लिए हर साल लाखों की संख्या में देश विदेश से काफी पर्यटक, राजस्थान घूमने आते रहते हैं. राजस्थान की पारंपरिक और ऐतिहासिक धरोहर. पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने का मुख्य केंद्र है|
राजस्थान में वैसे तो अनेकों शिव मंदिर स्थित है जो कि अपने इतिहास और शिल्पकला के कारण देश और दुनिया में अपनी अलग पहचान रखते हैं, लेकिन आज हम बात करेंगे कोटा शहर में स्थित गेपरनाथ महादेव मंदिर कोटा (Gapernath shiv mandir kota) के बारे में. इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह भगवान शिव को समर्पित यह एक ऐसा मंदिर है, जहां पर स्वयं प्रकृति ही भगवान शिव का अभिषेक करती है. इस मंदिर की स्थापना भीलों के गुरु शैव मतावलंबी ने करवाई थी. यह मंदिर रावतभाटा रोड पर चंबल नदी के निकट स्थित है|
कोटा शहर के इस गेपरनाथ महादेव मंदिर कोटा(Gapernath mandir kota k darshan) के दर्शन के लिए जाने के लिए तकरीबन 300 सीढ़ियां उतरकर ही मंदिर तक पहुंचा जा सकता है. मंदिर की विशेषता यह है कि यहां पर साल के 12 महीने प्राकृतिक झरना बहता रहता है, जो कि भगवान शिव की प्रतिमा अर्थात शिवलिंग पर गिरता है, जो दृश्य ऐसा लगता है कि मानो स्वयं प्रकृति ही भगवान शिव का जलाभिषेक कर रही हो और यही कारण है कि यह मंदिर देश-विदेश के लाखों पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है|
आज के हमारे इस आर्टिकल में हम आपको गेपरनाथ महादेव मंदिर कोटा (Gapernath shiv mandir kota) के बारे में समस्त जानकारी उपलब्ध करवाने की कोशिश करेंगे, जिससे कि यदि आप मंदिर यात्रा करना चाहते हो, तो यात्रा आपके लिए बेहद ही आसान हो सके|
- मंदिर का फोन नंबर- 094608 16149
- फेशबुक – NA
- मंदिर का पूरा पता – 3P5C+QCF, rathkakra, Jamoonya, Rajasthan 325003
- मंदिर की रेलवे स्टेशन से दूरी- 29.0 KM
- बस स्टेशन से दूरी – 23.8 KM
गेपरनाथ महादेव मंदिर कोटा का इतिहास (geparnath mahadev mandir kota Itihash In Hindi)
जब भी हम किसी धार्मिक ऐतिहासिक इमारतों का भ्रमण करते हैं तो हम वहां के इतिहास के बारे में जानने की विशेष उत्सुकता रखते हैं, क्योंकि इतिहास से हमें उस स्थान विशेष के भ्रमण के प्रति रोचकता जागरूकता होती है| यदि आप राजस्थान के कोटा शहर में स्थित गेपरनाथ महादेव मंदिर कोटा (Gapernath mandir kota) महादेव मंदिर भ्रमण का विचार कर रहे हैं, तो आपको मंदिर के इतिहास के बारे में आवश्यक रूप से जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए|
गेपरनाथ महादेव मंदिर कोटा (Gapernath mandir kota) का यह मंदिर तकरीबन 500 साल से भी अधिक पुराना माना जाता है, मंदिर निर्माण के बारे में कहा जाता है कि 16 शताब्दी में राजा भोज की पत्नी ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था, इस मंदिर को 1961 से पुरातत्व विभाग ने अपने संरक्षण क्षेत्र में लिया हुआ है|
मंदिर में हर बरस भगवान शिव के पवित्र महीने श्रावण मास में महाशिवरात्रि को भव्य मेले का आयोजन होता है जिस दौरान यहां पर भगवान भोलेनाथ के भक्तों की काफी भीड़ देखी जा सकती है|
मंदिर की मुख्य विशेषता भगवान शिव की प्रतिमा पर गिर रहे, प्राकृतिक झरने ही है जो कि पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता हैं|
गेपरनाथ महादेव मंदिर कोटा दर्शन के लिए बेहतरीन समय (geparnath mahadev mandir kota Darshan ka Samaye)
राजस्थान वैसे तो एक रेतीला प्रदेश है जहां पर अधिकांश समय तेज, गरम, धूल भरी आंधियां चलती रहती है और इस दौरान राजस्थान के किसी भी शहर की यात्रा करना बिल्कुल भी सुखद अनुभव नहीं देता है. यदि आप राजस्थान के किसी शहर की यात्रा करने का विचार कर रहे हैं तो आपको बता दें, कि आप अक्टूबर से मार्च के मध्य के समय का चयन कर सकते हैं. इस दौरान राजस्थान में सर्दी का मौसम रहता है जिससे यात्रा के दौरान आसानी रहती है. और आसानी से प्रदेश भ्रमण कर सकते हैं|
यदि आप राजस्थान के कोटा शहर स्थित गेपरनाथ (Gapernath mandir kota) भ्रमण का विचार कर रहे हैं तो आपको बता दें कि यह मंदिर चंबल नदी के पास स्थित है, इसीलिए यहां पर हमेशा शांति का माहौल रहता है|
मंदिर यात्रा के लिए आपको भगवान शिव का महीना अर्थात हिंदी महीनों के अनुसार सावन महीने का चयन करना चाहिए, इस महीने में महाशिवरात्रि के दिन मंदिर में विशेष मेले का आयोजन होता है, इस दौरान मंदिर में काफी अधिक संख्या में भक्त उपस्थित रहते हैं, तो यदि आप भी भगवान शिव के इस मंदिर में पधारने का विचार कर रहे हैं तो आपको शिवरात्रि का दिन चुनना चाहिए|
गेपरनाथ महादेव मंदिर कोटा के आसपास पर्यटन स्थल (Gapernath mahadev mandir kota)
जब भी हम किसी जगह पर घूमने के लिए जाते हैं तो हम उस जगह की संपूर्ण जानकारी जुटाने की कोशिश करते हैं जिससे कि हमें अपने यात्रा के दौरान किसी असुविधा का सामना ना करना पड़े, साथ ही हम यह भी आवश्यक रूप से देखते हैं, कि जिस गंतव्य पर हम जाने का विचार कर रहे हैं उसके आसपास ही स्थित पर्यटक स्थल कौन-कौन से हैं, जिन पर हम अपने गंतव्य के साथ भ्रमण करने का आनंद ले सकते हैं, तो यदि आप राजस्थान के कोटा शहर स्थित गेपरनाथ (Gapernath mandir kota) दर्शन करने पधार रहे हैं, तो आप कोटा शहर के कुछ अन्य पर्यटक स्थलों का भ्रमण करने का आनंद भी आवश्यक रूप से उठा सकते हैं, जिससे कि आप की राजस्थान यात्रा सफल सिद्ध होगी और आप अपनी इस यात्रा का दौहरा आनंद भी उठा सकेंगे|
- कैथून कोटा
- गोदावरी धाम
- शिवपुरी धाम कोटा
- कोटा बैराज
- राव माधव सिंह संग्रहालय
- मथुराधीश मंदिर
- रानी जी की बावड़ी
- कंसुआ शिव मंदिर
- चंबल गार्डन
- अवध महल
- किशोर सागर और जगमंदिर पैलेस
- गराडिया महादेव मंदिर
- साड़ियों का बाजार
- ब्रज विलास पैलेस सरकारी संग्रहालय
- दर्रा वन्य जीव अभ्यारण कोटा
- गैपरनाथ जलप्रपात
- किशोर सागर और जगमंदिर पैलेस कोटा
- सिटी पैलेस और म्यूजियम
- सेवन वंडर्स पार्क कोटा
यदि आप राजस्थान के कोटा शहर में स्थित गेपरनाथ महादेव मंदिर भ्रमण करने के लिए आए हैं तो आपको दिए गए उपयुक्त स्थानों के भ्रमण करने का आनंद भी आवश्यक रूप से उठाना चाहिए, उपरोक्त स्थान ऐसे स्थान है जहां पर राजस्थान घूमने आने वाले पर्यटक अत्याधिक पसंद करते हैं और यहां पर हमेशा पर्यटकों की आवाजाही लगी ही रहती है|
अनोखा मंदिर जहां प्रकृति खुद करती है शिव का अभिषेक
मंदिर में बारह माह झरना बहता है। यह भगवान शिव पर गिरता है तो ऐसा लगता है मानो प्रकृति खुद भगवान शिव का अभिषेक कर रही हो।
कैसे पहुंचे गेपरनाथ मंदिर कोटा (Gapernath mandir kota)
जब भी हम किसी स्थान विशेष की यात्रा करते हैं तो हम वहां के परिवहन के उपलब्ध साधनों के बारे में आवश्यक रूप से चर्चा करते हैं और हम यह जानने की कोशिश करते हैं, कि हमारे गंतव्य तक हमें आसानी से परिवहन के साधन उपस्थित हैं या नहीं. यदि आप राजस्थान के कोटा शहर में स्थित गेपरनाथ मंदिर (Gapernath mandir kota) की यात्रा करने का विचार कर रहे हैं, तो आपको बता दें कि आप कोटा शहर की यात्रा फ्लाइट, ट्रेन और बस तीनों ही परिवहन के साधनों से अपनी इच्छा अनुसार कर सकते हैं और आसानी सेगेपरनाथ (Gapernath Temple kota) के दर्शन कर सकते हैं|
कैसे पहुंचे गेपरनाथ मंदिर फ्लाइट द्वारा
यदि आप अपने परिवार के साथ कोटा शहर के गेपरनाथ (Gapernath Tempal)की यात्रा करने का विचार कर रहे हैं और आप हवाई मार्ग के जरिए मंदिर दर्शन करना चाहते हैं, तो आपको बता दें कि कोटा शहर मैं किसी भी तरह का हवाई अड्डा उपस्थित नहीं है, हवाई मार्ग से कोटा पहुंचने के लिए आपको जयपुर शहर स्थित सांगानेर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की सहायता लेनी होगी, जो कि देश के विभिन्न प्रदेशों तथा प्रमुख शहरों को जयपुर शहर से जोड़ता है. जयपुर के सांगानेर हवाई अड्डे से आप अपनी सुविधा अनुसार बस या टैक्सी की सहायता ले सकते हैं और कोटा शहर गेपरनाथ (Gapernath Tempal) के दर्शन कर सकते हैं, जो कि सांगानेर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से मात्र 260 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है|
रेल मार्ग द्वारा कैसे पहुंचे गेपरनाथ मंदिर
यदि आप कोटा शहर स्थित भगवानशिव के गेपरनाथ (Gapernath mahadev mandir kota) की यात्रा करना का विचार कर रहे हैं, तो इसके लिए आपको कोटा शहर के कोटा रेलवे जंक्शन की यात्रा करनी होगी. कोटा रेलवे जंक्शन राजस्थान के प्रमुख शहरों तथा देश के विभिन्न प्रदेशों से शहर को रेल मार्ग द्वारा जोड़ता है. जिससे आप आसानी से कोटा शहर की यात्रा कर सकते हैं. कोटा शहर के कोटा रेलवे जंक्शन से गेपरनाथ (Gapernath Tempal) की दूरी केवल 29.9 किलोमीटर है. यहां से आप अपनी सुविधा अनुसार कैब या टैक्सी बुक कर सकते हैं और आसानी से मंदिर यात्रा कर सकते हैं|
सड़क मार्ग द्वारा कैसे पहुंचे गेपरनाथ मंदिर
यदि आप राजस्थान के कोटा शहर स्थितगेपरनाथ (Gapernath mandir kota) की यात्रा करने का विचार कर रहे हैं और आप सड़क मार्ग की सहायता से मंदिर पहुंचना चाहते हैं तो आपको बता दें कि कोटा शहर को प्रदेश के प्रमुख शहरों तथा देश के प्रमुख राज्यों से सड़क मार्ग द्वारा जोड़ा गया है, जहां से आप आसानी से शहर की यात्रा कर सकते हैं और बहुत ही आसानी से कोटा शहर पहुंच सकते हैं, जिसके पश्चात आप अपनी आगे की गेपरनाथ (Gapernath mandir kota) यात्रा के लिए अपनी सुविधा अनुसार कैब या टैक्सी की सहायता ले सकते हैं और अपनी मंदिर यात्रा को पूरी कर सकते हैं|
FAQ
गेपरनाथ महादेव का मंदिर किस जिले में स्थित है?
3P5F+P94, Shiv jyoti school rawatbhata, main road, Jamoonya, Rajasthan 325003
गेपरनाथ महादेव मंदिर की इस्थापना किसने कराई?
भीलों के शैव मतावलंबी गुरु ने मंदिर की स्थापना करवाई
गेपरनाथ महादेव मंदिर की क्या विशेषता है?
गेपरनाथ शिव मंदिर दोहरी योनी में स्थापित है। इस मंदिर का जलाभिषेक प्रकीर्ति खुद करती है।