गलता जी मंदिर जयपुर राजस्थान (Galtaji Temple Jaipur Rajasthan)
Address: Galta Ji, Jaipur, Rajasthan 302031
जब भी हम घूमने का विचार बनाते हैं तो हम ऐसी जगह पर जाना पसंद करते हैं जहां पर हमें प्राकृतिक सौंदर्य देखने को मिले, जहां पर प्राकृतिक रूप से झरने, पहाड़िया, मंदिर, कुंड आदि हो. ऐसी जगह जाना हम अधिकतर पसंद करते हैं. ऐसा ही एक मंदिर राजस्थान के जयपुर में स्थित है. इस मंदिर को गलता जी मंदिर(Galtaji Temple) के नाम से जाना जाता है. यह जगह प्राकृतिक रूप से झरने, पहाड़ियां, मंदिर, कुंड आदि के लिए फेमस है. जयपुर शहर का यह गलता जी मंदिर(Galtaji Temple) हर वर्ष देश-विदेश के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है और जो एक बार यहां घूम के जाता है, इस जगह की यादें उसके जीवन में हमेशा के लिए रह जाती हैं.
इस मंदिर का निर्माण गुलाबी रंग के बलुआ पत्थर से किया गया है. गलताजी मंदिर एक विशाल मंदिर है जिसमें कई मंदिर है. सिटी पैलेस के अंदर स्थित गलताजी मंदिर की दीवारों पर चित्र और निक्कासी की गई है जो की बहुत ही शानदार देखने लायक है. इस मंदिर का निर्माण एक महल की तरह किया गया है और इस वजह से भी यह मंदिर अपनी अलग पहचान रखता है. यह मंदिर किसी मंदिर की तरह ना दिखकर प्राचीन महल या हवेलियों की तरह दिखाई पड़ता है.
गलता जी मंदिर (Galtaji Temple)का इतिहास
जब भी हम किसी मंदिर या प्राचीन भवनों, इमारतों के इतिहास की बात करते हैं तो हमें उन जगहों के इतिहास से जुड़ी हुई कई जानकारियां तथा कई रूढ़ियां सुनने को मिलती है. गलता जी के इस मंदिर के लिए कहा जाता है कि संतगालव ने इस स्थान पर काफी लंबे समय तक भगवान की तपस्या की थी, जिससे कि भगवान ने प्रसन्न होकर ऋषि को आशीर्वाद दिया था और उसी ऋषि की भक्ति वंदना के लिए इस स्थान का निर्माण किया गया है, तथा इस मंदिर का नामकरण भी उसी ऋषि के नाम पर रखा गया है. इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस के खंड भी इसी जगह पर लिखे गए थे.
राजा सवाई जयसिंह दितीय के दरबारी दीवान राव कृपाराम द्वारा ही गलता जी के इस शानदार और भव्य मंदिर की संरचना बनाई गई थी, 16 वीं शताब्दी की शुरुआत में रामानंदी संप्रदाय से संबंधित और जोगियों के आश्रय के रूप में इस भवन मंदिर का निर्माण करवाया गया था, जिससे कि जोगियों को आश्रय मिल सके.
गलता जी मंदिर (Galtaji Temple) की वास्तु कला
गलता जी मंदिर(Galtaji Temple) जयपुर के सबसे प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों में से एक है. इस मंदिर में आपको पीने के लिए प्राकृतिक रूप से शुद्ध और ताजे पानी के झरने और साथ में सात पवित्र कुंड पानी की टंकियां भी मिलती है. गलता जी का यह मंदिर(Galtaji Temple) अरावली पहाड़ियों में स्थित है, जिसके चारों तरफ शानदार पेड़ पौधे और झाड़ियां तथा घने जंगल हैं. मंदिर की शिल्प कला, वास्तु कला में गोल छत, चित्रित दीवारों तथा स्तंभों से इस मंदिर को सजाया गया है. इस मंदिर में आपको सनातन संस्कृति से जुड़े भगवान श्रीकृष्ण, भगवान राम, हनुमान जी इत्यादि भारतीय देवी-देवताओं के मंदिर भी देखने को मिलते हैं. मंदिर परिसर में वैसे तो 7 पवित्र कुंड है, लेकिन इन सभी कुंडों में से गलत कुंड को सबसे ज्यादा पवित्र माना जाता है जो कि हमेशा भरा रहता है, इस कुंड में पानी कभी खत्म नहीं होता है. गलता जी के मंदिर9Galtaji Temple) में गोमुख भी देखने को मिलता है जिससे हमेशा शुद्ध और साफ पानी बहता रहता है.
गलता जी मंदिर (Galtaji Temple) में पानी का कुंड
हमारे घरों में नल से पानी का इस्तेमाल करने के लिए हमें पहले पानी को मोटर द्वारा छत पर रखी टंकी में पहुंचाना पड़ता है लेकिन गलता जी के इस मंदिर(Galtaji Temple) में आपको ऐसा देखने के लिए नहीं मिलेगा. इस मंदिर में झरनो का पानी प्राकृतिक रूप से टंकियों में इकट्ठा हो जाता है, तथा उनका पानी कभी सूखता भी नहीं है जो कि यहां आने वाले पर्यटकों के लिए आश्चर्य का विषय है और इसलिए भी यह मंदिर अपनी तरफ पर्यटकों को आकर्षित करता है. वैसे तो मंदिर मैं बनी 7 कुंड सभी का पानी पवित्र है लेकिन इन 7 कुंड में से गलत कुंड का पानी बहुत पवित्र माना जाता है. मकर सक्रांति के मौके पर इस कुंड में डुबकी लगाना धार्मिक मान्यताओं के आधार पर बहुत ही शुभ माना जाता है.
गलता जी मंदिर (Galtaji Temple) के आसपास अन्य पर्यटक स्थल
वैसे तो राजस्थान पर्यटकों के लिए आकर्षण का विषय बना रहता है क्योंकि राजस्थान में एक से बढ़कर एक कलाकृतियां, मंदिर, इमारतें देखने को मिलते हैं. इन प्राचीन इमारतों के साथ ही राजस्थान का इतिहास भी पर्यटन के लिए आकर्षण का विषय है. राजस्थानकी वास्तुकला का कोई जवाब ही नहीं है. पर्यटकों को अपनी ओर खास आकर्षित करती है. यदि आप राजस्थान के गलताजी मंदिर घूमने जा रहे हैं तो आप मंदिर दर्शन के साथ साथ आसपास की अन्य पर्यटकस्थलों का आनंद भी ले सकते हैं. गलताजी मंदिर(Galtaji Temple) के आसपास गलवार बाग गेट जो कि गुलाबी रंग से बना है और गलता मंदिर परिसर एक मुख्य मंदिर है.
गलता जी के पास का हनुमान मंदिर भी बहुत पसंद किया जाता है. यह मंदिर यहां पाए जाने वाले बंदरों की वजह से भी काफी पसंद किया जाता है, साथ ही यह मंदिर अपनी अलग ही वास्तुकला के लिए भी जाना जाता है. यदि आप गलता जी मंदिर दर्शन करने के लिए आते हैं तो इसके साथ ही आपको इस हनुमान मंदिर के दर्शन भी जरूर करने चाहिए, साथ ही आप गलता जी मंदिर के साथ-साथ जयपुर की हवेलियों महलो और किलो को देखने का आनंद भी उठा सकते हैं.
अगर आप मंदिर देखने जा रहे हैं तो आप जयपुर कि इन जगहों पर घूमने का आनंद भी ले सकते हैं.
सिसोदिया रानी गार्डन, हवा महल, जयगढ़ किला,सिटी पैलेस, अंबर किला, जल महल,बिड़ला मंदिर, जंतर मंतर, नाहरगढ़ किला आदि घुमने का आनंद भी ले सकते है.
गलता जी मंदिर (Galtaji Temple) जाने का अच्छा समय
यदि आप राजस्थान के जयपुर के गलता जी मंदिर(Galtaji Temple) घूमने आ रहे हैं तो इसके लिए आपको राजस्थान के मौसम की जानकारी कर लेनी चाहिए नहीं तो आपको कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है.
गलता जी मंदिर की यात्रा आपको अक्टूबर से दिसंबर तथा फरवरी, मार्च के महीने में करनी चाहिए, जहां फरवरी-मार्च में आपको कम सर्दी देखने को मिलती है तो अक्टूबर, दिसंबर में सर्दी की शुरुआत होती है तथा बारिश कुछ ही महीने पहले खत्म होती है, जिससे चारों तरफ हरियाली छाई रहती है. इस मौसम में आपको ना तो ज्यादा सर्दी लगेगी और ना ही गर्मी का अनुभव होगा. इसलिए आपको यह मौसम चुनना चाहिए. गलताजी मंदिर में हर वर्ष मकर सक्रांति के उत्सव पर यहां के पवित्र कुंड में डुबकी लगाने को भी काफी शुभ माना जाता है, इसलिए भी आपको जनवरी में यात्रा करनी चाहिए, इस दौरान आप यहां श्रद्धालुओं की काफी भीड़ भी देख सकते हैं. यदि आप मकर सक्रांति के अवसर पर मंदिर आते हैं तो आपको कुछ समय रुक कर शाम को बंदरों के स्नान करने का दृश्य जरूर देखना चाहिए जो कि काफी लुभावना मनमोहक दृश्य है.
भोजन
वैसे तो जयपुर शहर राजस्थान की राजधानी है और राजस्थान के अधिकतर फेमस व्यंजन आपको यहां मिलते हैं जिनमें से सबसे फेमस दाल बाटी चूरमा, मिस्सी रोटी तथा घेवर, गजक, शेरनी लड्डू आदि मिठाईयां काफी मशहूर है. यदि आप गलता जी मंदिर घूमने आते हैं तो आपको यहां के देसी घी में और मक्खन में बनने वाले पोस्टिक खाने का आनंद जरूर लेना चाहिए.
कैसे पहुंचे गलता जी मंदिर (Galtaji Temple)
जयपुर शहर का यह प्रसिद्ध मंदिर जयपुर शहर से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर खनियां बालाजी शहर में स्थित है. जयपुर शहर की यात्रा के लिए आप किसी भी मार्ग का चयन कर सकते हैं. जयपुर पहुंचने के लिए आप बस, ट्रेन या हवाई जहाज का उपयोग कर सकते हैं. जयपुर पहुंचने के बाद मंदिर दर्शन के लिए आप अपनी सुविधा अनुसार टैक्सी या कैब की सहायता ले सकते हैं.
हवाई जहाज
यदि आप गलता जी मंदिर(Galtaji Temple jaipur, rajasthan) दर्शन के लिए हवाई जहाज से आते हैं तो आप जयपुर के सांगानेर हवाई अड्डे से टैक्सी, कैब बुक कर सकते हैं या फिर राजस्थान पथ परिवहन निगम या सिटी बस का उपयोग करके खूबसूरत मंदिर के दर्शन कर सकते हैं.
रेल मार्ग
गलता जी मंदिर(Galtaji Temple) दर्शन करने के लिए ट्रेन से आ रहे हैं तो मंदिर के निकटतम बैस गोदाम रेलवे स्टेशन जंक्शन है जो कि मंदिर से मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जहां से आप टैक्सी या ऑटो रिक्शा के जरिए इस भव्य मंदिर की यात्रा कर सकते हैं.
सड़क
यदि आप इस भव्य मंदिर की यात्रा बस द्वारा करना चाहते हैं तो जयपुर के लिए कई डीलक्स और राज्य दोनों ही बसें जयपुर को विभिन्न शहरों से जोड़ती है, जिससे आप जयपुर यात्रा कर सकते हैं. जयपुर के सिंधी कैंप बस स्टैंड पर उतरने के बाद आप इस भव्य मंदिर के दर्शन के लिए अपनी सुविधा अनुसार ऑटो रिक्शा या कैब बुक कर सकते हैं ।
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