बिरला मंदिर जयपुर (Birla Mandir Jaipur)
वैसे तो जयपुर में बहुत से ऐसे पर्यटक स्थल हैं जो कि पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं और हर साल लाखों पर्यटक इन जगहों पर आते हैं और यहां घूमने का आनंद लेते हैं. जयपुर की खूबसूरती में चार- चांद लगाने वाला जयपुर का बिरला मंदिर (Birla Mandir Jaipur Rajasthan) भी है, जिसे लक्ष्मी नारायण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. जयपुर का यह बिरला मंदिर मोती डूंगरी की पहाड़ी पर स्थित है, जिसका निर्माण जयपुर के बिरला ने 1988 में करवाया था, तथा जयपुर महाराज ने एक टोकन राशि में यह जमीन दी थी. बिरला मंदिर (Birla Mandir Jaipur Rajasthan) सफेद संगमरमर से बना हुआ है जिसमें आपको प्राचीन के साथ आधुनिक डिजाइनों का मेल देखने को मिलता है|
बिरला मंदिर की दीवारों को सनातन देवी देवताओं की नक्काशी पुराणों उपनिषदों के शब्दों से सजाया गया है. बिरला मंदिर में आपको इतिहास के महान आध्यात्मिक संतो जैसे सुकरात, बुध, क्राइस्ट आदि संतो के चित्र भी इस मंदिर में आपको देखने को मिलेंगे. इस मंदिर में जन्माष्टमी के पावन पर्व पर कई धार्मिक पर्वों का आयोजन होता है. जयपुर का बिरला मंदिर भगवान विष्णु और उनकी पत्नी माँ लक्ष्मी का मंदिर है, इसीलिए इसको लक्ष्मी नारायण मंदिर भी कहा जाता है|
जयपुर के बिरला मंदिर (Birla Mandir Jaipur Rajasthan) में मुख्य आकर्षण का विषय इस मंदिर में स्थित गणेश मूर्ति भी है जो कि पारदर्शी है. मंदिर का निर्माण जयपुर के बिरला परिवार ने सन 1988 में करवाया था, जिस से लेकर आज तक यह तीर्थ यात्रियों के लिए दर्शनीय स्थल बना हुआ है|
बिरला मंदिर (Birla Mandir Jaipur) का इतिहास
जब भी हम किसी धार्मिक मंदिर या इमारत की बात करते हैं तो हम उस मंदिर या धार्मिक स्थान से जुड़ी इतिहास की चर्चा जरूर करते हैं, जिससे कि हमें उस जगह के बारे में पता चलता है. बात करें जयपुर शहर के बिरला मंदिर (Birla Mandir Jaipur) की तो मंदिर जिस जगह पर स्थित है, उस भूमि को जयपुर के महाराज ने ₹1 की टोकन राशि में बिरला को दी थी, जिसके बाद इस भूमि को मंदिर के लिए उपयुक्त मानकर बिरला ने सन 1988 में मंदिर निर्माण था|
बिरला मंदिर (Birla Mandir Jaipur) की वास्तु कला
जब भी हम किसी धार्मिक इमारत की चर्चा करते हैं तो उस जगह की वास्तुकला के बारे में भी चर्चा जरूर करते हैं. वास्तुकला से तात्पर्य मंदिर को बनाने में किस शैली का उपयोग किया गया है इससे होता है. जयपुर के प्रसिद्ध बिरला मंदिर (Birla Mandir Jaipur) को बहुत ही सावधानी और बारीक बारीक नक्काशी और बहुत ही बारीकी से तैयार किया गया है, जो कि इस मंदिर की दीवारों पर स्पष्ट दिखाई पड़ता है. इस मंदिर को बनाने में बरती गई सावधानी और बारीकी ही इस मंदिर को खूबसूरत और पर्यटकों के लिए मनमोहक बनाती है. जयपुर के इस बिरला मंदिर में तीन विशाल गुंबद द्वारा धर्म के तीन अलग-अलग तरीकों को चिन्हित किया गया है|
जयपुर के बिरला मंदिर (Birla Mandir Jaipur) के मुख्य द्वार पर सनातन पौराणिक कथाओं के दृश्य कांच की खिड़कियां देखी जा सकती हैं तथा मंदिर में अंदर पुरानी घटनाओं को बतलाती हुई संगमरमर पैनल आपका इस मंदिर में स्वागत करती है. इस मंदिर में अंदर जाते ही सबसे पहले आपको यहां भगवान गणेश दिखाई देते हैं जो कि किसी भी कार्य की शुरूआत में बहुत शुभ माने जाते हैं. मंदिर के गर्भ गृह में मां लक्ष्मी और नारायण की मूर्ति विराजित है जो कि संगमरमर के एक विशाल पत्थर से उकेरी गई है. लक्ष्मी नारायण की इस मूर्ति को खूबसूरत कपड़ों और भव्य आभूषणों द्वारा सजाया गया है|
बिरला मंदिर (Birla Mandir Jaipur) में बिरला परिवार के सदस्य द्वारा काम में ली जाने वाली वस्तुएं रखने के लिए एक संग्रहालय बनवाया गया है जो सुबह 8:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तथा शाम को 4:00 बजे से 8:00 बजे तक खुला रहता है जो कि यहां आने वाले पर्यटकों के लिए निशुल्क है. बिरला मंदिर के चारों तरफ विशाल उद्यान फैला हुआ है|
बिरला मंदिर (Birla Mandir Jaipur) में जन्माष्टमी
जन्माष्टमी के त्यौहार के बारे में तो आप जरूर ही जानते होंगे. जन्माष्टमी एक ऐसा त्यौहार है जो कि पूरे भारत में ही बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन यदि आप जयपुर के बिरला मंदिर(Birla Mandir Jaipur) में आते हैं तो आपको यहां जन्माष्टमी का त्यौहार जरूर देखना चाहिए. इस अवसर पर बिरला मंदिर में तेल के दीपक तथा चमचमाती हुई रंगीन लाइटों से मंदिर को सजाया जाता है. कृष्ण जन्माष्टमी को मंदिर में हजारों की संख्या में पर्यटक भगवान कृष्ण का आशीर्वाद लेने आते हैं.
बिरला मंदिर (Birla Mandir Jaipur Timings) खुलने का समय तथा प्रवेश शुल्क
यदि आप बिरला मंदिर(Birla Mandir Jaipur timings) घूमने आते हैं तो आप को इस मंदिर मैं घूमने के लिए निर्धारित टाइम की जानकारी अवश्य होनी चाहिए. बिरला मंदिर यहां पर आने वाले पर्यटकों के लिए सुबह 6:00 बजे से खुलकर दोपहर 12:00 बजे तक तथा दोपहर 3:00 बजे से खुलकर रात्रि 9:00 बजे तक खुला रहता है. इस बीच में आप मंदिर घूम सकते हैं.
बिरला मंदिर (Birla Mandir Jaipur) के आसपास घूमने तथा रूकने की जगह
जब भी हम कहीं घूमने जाते हैं तो हम किसी एक ही स्थान विशेष मैं घूम कर नहीं आते. यदि हमें अपने गंतव्य के आसपास पर्यटक स्थलों की जानकारी होती है तो हम वहां घूमने के आनंद भी उठा सकते हैं. यदि आप जयपुर के बिरला मंदिर(Birla Mandir Jaipur) घूमने आते हैं तो आपको यह जान लेना चाहिए कि जयपुर के बिरला मंदिर घूमने में आपको आधे से 1 घंटे का समय लगता है जिसके बाद आप बिरला मंदिर के आसपास के पर्यटक स्थानों पर घूमने का आनंद उठा सकते हैं.
- जंतर मंतर
- मोती डूंगरी गणेश मंदिर
- डूंगरी का किला
- जल महल
हमारे लिए सबसे ज्यादा मुश्किल यही होता है कि हमें अपनी यात्रा के दौरान कहां रुकना है. यदि आप बिरला मंदिर(Birla Mandir Jaipur) घूमने के लिए आते हैं और यहां रुकने की सोच रहे हैं तो आप जयपुर की प्रमुख होटल-
- होटल महादेव विला
- होटल ब्लू हेवन
- होटल अलसीसर हवेली
आदि होटलों में ठहर सकते हैं जो कि जयपुर शहर की प्रसिद्ध होटले हैं.
बिरला मंदिर जयपुर के आसपास खाना(Birla Mandir Jaipur K Pass Khane Ki Subdha)
कहीं घूमने जाते हैं तो वहां की प्रसिद्ध चीजें खाने का आनंद ही कुछ अलग होता है यदि आप राजस्थान के जयपुर घूमने आते हैं और बिरला मंदिर(Birla Mandir Jaipur) दर्शन करते हैं तो आपको राजस्थान के प्रसिद्ध दाल बाटी चूरमा, इमरती, घेवर इत्यादि मनमोहक व्यंजनों तथा मिठाइयां की थाली देखने को मिलती है. यहां की सबसे फेमस मिठाइयां इमरती, हलवा, घेव,र मूंग थाल हैं जो कि पर्यटकों के द्वारा काफी पसंद की जाती है. यदि आप बिरला मंदिर(Birla Mandir Jaipur) घूमते हैं तो आपको जोहरी बाजार के स्ट्रीट फूड का आनंद भी जरूर लेना चाहिए.
बिरला मंदिर (Birla Mandir Jaipur Visit Timings) घूमने का सबसे बेहतरीन समय
राजस्थान एक रेतीला प्रदेश है जहां गर्मी के मौसम में तापमान 40 डिग्री से भी ऊपर चला जाता है, इसीलिए मार्च-अप्रैल के महीने जयपुर घूमने के लिए कतई नहीं है. जयपुर घूमने के लिए आप मार्च से लेकर अक्टूबर के बीच कभी भी घूमने आ सकते हैं. इस बीच या तो आपको राजस्थान में बारिश देखने को मिलेगी या फिर सर्दियां देखने को मिलेंगे, जिस समय राजस्थान का वातावरण बहुत ही सुहाना होता है. यदि आप सर्दी के मौसम में जयपुर यात्रा करते हैं तो आपको अपने साथ सर्दी से बचने के लिए कपड़े आवश्यक रूप से लेकर आना चाहिए.
बिरला मंदिर (Birla Mandir Jaipur) घूमने की टिप्स
बिरला मंदिर घूमने के लिए आपको जन्माष्टमी का अवसर चुनना चाहिए, जन्माष्टमी का त्योहार बिरला मंदिर में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है.
जयपुर के बिरला मंदिर में आप कैमरा या फोन नहीं लेकर जा सकते.
बिरला मंदिर के बरामदे में भी इधर उधर नहीं घूम सकते, यहाँ पर घूमना भी सख्त मना है.
मंदिर परिसर में तस्वीरें तथा वीडियो बनाना की अनुमति नहीं है.
मंदिर की यात्रा आपको शाम के समय करनी चाहिए क्योंकि शाम के समय यह मंदिर मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करता है.
यदि आप जयपुर के बिरला मंदिर घूमने आते हैं तो अपने घूमने के प्लान को इस तरह से बनाएगी आप शाम को मंदिर में होने वाली आरती में शामिल हो सके.
यदि आप सर्दी के मौसम में Cयात्रा करते हैं तो आपको अपने साथ सर्दी से बचने के लिए कपड़े आवश्यक रूप से लेकर आना चाहिए.
कैसे पहुंचे बिरला मंदिर बिरला मंदिर जयपुर (Birla Mandir Jaipur)
सड़क मार्ग
जयपुर राज्य की राजधानी है जो कि देश के विभिन्न शहरों से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ी हुई है. बिरला मंदिर(Birla Mandir Jaipur) दर्शन के लिए आप जयपुर के सिंधी कैंप बस स्टैंड से नारायण सिंह सर्किल तक बस द्वारा जा सकते हैं, जयपुर का बिरला मंदिर(Birla Mandir Jaipur) नारायण सिंह सर्किल से मात्र 1.2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. नारायण सिंह सर्किल से आप मंदिर पैदल या ई-रिक्शा की सहायता से जा सकते हैं.
फ्लाइट से
यदि आप बिरला मंदिर(Birla Mandir Jaipur) देखने का विचार बना रहे हैं और आप फ्लाइट से जाना चाहते हैं तो जयपुर का सांगानेर हवाई अड्डा मंदिर से मात्र 8. 4 किलोमीटर की दूरी पर है. सांगानेर हवाई अड्डा प्रमुख शहरों से नियमित रूप से चलने वाली एयर लाइनों से जुड़ा हुआ है. सांगानेर एयरपोर्ट पहुंचने के बाद आप मंदिर जाने के लिए अपनी सुविधा अनुसार टैक्सी या कैब की सहायता ले सकते हैं.
रेल मार्ग से
रेल मार्ग जयपुर शहर को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ता है. आप कहीं से भी रेल यात्रा के जरिए जयपुर के रेलवे स्टेशन पर पहुंच सकते हैं. जयपुर रेलवे स्टेशन से बिरला मंदिर(Birla Mandir Jaipur) मात्र 5.3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जहां से आप अपनी सुविधा अनुसार कैब या टैक्सी बुक कर सकते हैं|